INDIAN CRICKET इतिहास में सबसे बड़ा कलंक,91 वर्षों के भारतीय क्रिकेट इतिहास में शर्मनाक मोड़ के 91 साल के इतिहास में पहली बार कोई टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हुआ। ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच हुए इस मैच के बारे में जानिए, जिसने शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज किया है।
INDIAN CRICKET इतिहास में सबसे बड़ा कलंक,91 वर्षों के भारतीय क्रिकेट इतिहास में शर्मनाक मोड़ का इतिहास गौरवशाली रहा है, लेकिन 91 साल में पहली बार ऐसा कुछ हुआ है जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद निराशाजनक है। ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाने वाला एकमात्र टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द होने की संभावना है। लगातार बारिश और खराब सुविधाओं की वजह से यह मैच अब तक शुरू नहीं हो सका, और अगर ऐसा हुआ तो यह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा।
INDIAN CRICKET पर कलंक: शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज
भारत ने पहली बार 1933 में टेस्ट मैच की मेजबानी की थी। तब से लेकर आज तक भारतीय धरती पर कई ऐतिहासिक मैच खेले गए, लेकिन यह घटना उस इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ देगी। अगर यह मैच रद्द हो जाता है, तो यह पहला मौका होगा जब भारत में कोई टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द किया जाएगा।
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ग्रेटर नोएडा टेस्ट मैच: एक निराशाजनक घटना
ग्रेटर नोएडा में अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला यह टेस्ट मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद खास था। लेकिन लगातार खराब मौसम और मैदान की खराब स्थिति ने इसे निराशाजनक बना दिया। यह मैच अफगानिस्तान की तैयारी और न्यूजीलैंड की आगामी टेस्ट सीरीज के लिए महत्वपूर्ण था, लेकिन अब यह निराशा का सबब बन गया है।
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मैच रद्द होने के कारण
यह मैच शुरू होने से पहले ही लगातार बारिश और मैदान की खराब जल निकासी के चलते बुरी तरह प्रभावित हुआ। पहले दो दिन गीले आउटफील्ड के कारण खेल नहीं हो पाया। इसके बाद तीसरे और चौथे दिन भी बारिश ने खेल को रोक दिया। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने गुरुवार को घोषणा की कि लगातार बारिश के कारण चौथे दिन भी खेल संभव नहीं हो पाएगा, और अगर शुक्रवार को भी स्थिति नहीं सुधरी, तो मैच रद्द कर दिया जाएगा।
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के लिए क्या था दांव पर?
यह मैच भले ही मौजूदा टेस्ट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं था, लेकिन दोनों टीमों के लिए इसका महत्व था। अफगानिस्तान, जो 2021 से अब तक कोई लाल गेंद का मैच नहीं जीत पाया है, अपनी पहली जीत की तलाश में था। वहीं, न्यूजीलैंड को भारत और श्रीलंका के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज से पहले उपमहाद्वीप की परिस्थितियों से अनुकूल होने का मौका मिलना था।
ग्रेटर नोएडा को क्यों चुना गया?
इस मैच के लिए कानपुर और बेंगलुरु के मैदान भी प्रस्तावित थे, लेकिन बीसीसीआई की व्यस्तता के कारण ये मैदान उपलब्ध नहीं थे। ऐसे में ग्रेटर नोएडा को चुना गया, लेकिन खराब मौसम और मैदान की असुविधाओं ने इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एशिया में ऐसी घटनाएं बहुत दुर्लभ
एशिया में इससे पहले केवल एक टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हुआ था। यह 1998 में पाकिस्तान के फैसलाबाद में हुआ था, जब पाकिस्तान और जिम्बाब्वे के बीच मैच बिना गेंद फेंके रद्द हुआ था। विश्व स्तर पर अब तक कुल सात टेस्ट मैच बिना गेंद फेंके रद्द किए गए हैं, और अब भारत में भी यह दुर्लभ घटना हो सकती है।
भविष्य के टेस्ट मैचों के लिए क्या सीखने की जरूरत है?
इस घटना से INDIAN CRICKET भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ा कलंक,91 वर्षों के भारतीय क्रिकेट इतिहास में शर्मनाक मोड़ के आयोजनकर्ताओं को कई सबक मिल सकते हैं:
- उचित स्थान का चयन: अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए ऐसे स्थानों का चयन करना चाहिए जहां बेहतर सुविधाएं और मौसम का पूर्वानुमान ध्यान में रखा जाए।
- मौसम पूर्वानुमान का अध्ययन: मैच आयोजन से पहले मौसम की संपूर्ण जांच की जानी चाहिए, खासकर उन क्षेत्रों में जहां बारिश की संभावना अधिक होती है।
- बैकअप स्थान: महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए बैकअप स्थान होना चाहिए ताकि अगर मुख्य स्थान पर खेल संभव न हो, तो मैच कहीं और आयोजित किया जा सके।
फैन्स की निराशा और आर्थिक नुकसान
इस मैच के रद्द होने से न केवल खेल प्रेमियों को निराशा होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। कई दर्शक जो इस मैच का इंतजार कर रहे थे, अब खाली हाथ लौटेंगे। साथ ही, स्थानीय व्यवसायों को भी उस लाभ से वंचित होना पड़ेगा जो एक बड़े क्रिकेट मैच से होता।
INDIAN CRICKET की छवि पर असर
यह घटना भारतीय क्रिकेट की अंतर्राष्ट्रीय छवि को भी धक्का पहुंचा सकती है। बीसीसीआई, जो दुनिया की सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में से एक है, ऐसी घटनाओं से बचने के लिए अपने आयोजन तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: भारतीय क्रिकेट के लिए एक सबक
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच यह टेस्ट मैच, जो बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हो सकता है, भारतीय क्रिकेट के लिए एक शर्मनाक अध्याय बन जाएगा। यह घटना बीसीसीआई और अन्य संबंधित अधिकारियों के लिए एक चेतावनी है कि भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए बेहतर योजना बनाई जाए। भारत में क्रिकेट एक धर्म के समान है, और ऐसे आयोजनों में चूक होना प्रशंसकों के लिए बड़ी निराशा का कारण बन सकता है।
FAQs:
1. क्या इससे पहले कभी भारत में कोई टेस्ट मैच रद्द हुआ है?
नहीं, यह पहली बार है जब भारत में कोई टेस्ट मैच बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हुआ है।
2. अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड का मैच क्यों रद्द हुआ?
मैच लगातार बारिश और खराब जल निकासी व्यवस्था के कारण रद्द किया गया।
3. दुनिया में अब तक कितने टेस्ट मैच बिना गेंद फेंके रद्द हुए हैं?
अब तक दुनिया में केवल सात टेस्ट मैच बिना गेंद फेंके रद्द किए गए हैं, जिसमें यह मैच भी शामिल हो सकता है।
4. क्या मैच किसी और स्थान पर आयोजित हो सकता था?
हां, कानपुर और बेंगलुरु को विकल्प के रूप में पेश किया गया था, लेकिन ग्रेटर नोएडा को चुना गया क्योंकि अन्य मैदान बीसीसीआई के घरेलू मैचों के लिए उपयोग हो रहे थे।
5. इस मैच का अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के लिए क्या महत्व था?
यह मैच अफगानिस्तान की टेस्ट जीत की तलाश और न्यूजीलैंड की आगामी टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण था।