Friday the 13th: 13 तारीख, शुक्रवार और सितंबर: क्यों माना जाता है इसे अनलकी? जानिए इसके पीछे के मिथक और तथ्‍य

Friday the 13th:जानिए क्यों 13 तारीख और शुक्रवार का मेल दुनियाभर में अनलकी माना जाता है। किस वजह से लोग इस दिन डरते हैं और इस दिन की अशुभता के पीछे के रहस्य और मिथक क्या हैं।

Friday the 13th
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परिचय Friday the 13th: 13 तारीख और शुक्रवार की अनलकी माने जाने की वजहें

आज का दिन, यानी 13 सितंबर और वह भी शुक्रवार, दुनियाभर में “अनलकी” माना जाता है। इस दिन को लेकर कई देशों में डर और आशंकाएं जुड़ी हुई हैं। लोगों का मानना है कि 13 तारीख और शुक्रवार का संयोजन दुर्भाग्य का प्रतीक है। इस दिन ज्यादातर लोग नए काम की शुरुआत करने से बचते हैं, यात्राएं टाल देते हैं और कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने से हिचकिचाते हैं। लेकिन ऐसा क्यों है? क्या यह केवल अंधविश्वास है या इसके पीछे कुछ ठोस कारण भी हैं?

13 नंबर और शुक्रवार: दोनों का मेल क्यों है डरावना?

13 नंबर को ज्यादातर जगहों पर अशुभ माना जाता है, और जब यह शुक्रवार के साथ जुड़ जाता है, तो इसे और भी खतरनाक माना जाता है। इसके पीछे एक प्रमुख कारण यह है कि गणित में 12 को पूर्ण संख्या माना जाता है, जैसे 12 महीने, 12 राशियां और 12 घंटे। वहीं, 13 को असंतुलन और अपूर्णता की संख्या के रूप में देखा जाता है। शुक्रवार को लेकर भी कुछ धार्मिक और ऐतिहासिक मान्यताएं जुड़ी हैं, जिसके कारण इस दिन और संख्या का मेल अपशगुन से जोड़ा जाता है।

ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताएं: 13 तारीख और शुक्रवार को लेकर

ईसाई धर्म से जुड़ा अंधविश्वास: ईसाई धर्म के अनुयायियों के अनुसार, ईसा मसीह को शुक्रवार के दिन सूली पर चढ़ाया गया था, और इस दिन को ‘गुड फ्राइडे’ के रूप में याद किया जाता है। इसके अलावा, ‘द लास्ट सपर’ के दौरान जुडास, जिसने जीसस के साथ गद्दारी की, वह 13वां शिष्य था। इन घटनाओं के कारण शुक्रवार और 13 तारीख को अपशकुन से जोड़ा जाता है।

टैंपलर नाइट्स की घटना: 13 अक्टूबर, 1307 को फ्रांस में टैंपलर नाइट्स के सदस्यों की हत्या की गई थी। उस दिन शुक्रवार भी था। इस दिन को कुख्यात घटना के रूप में याद किया जाता है और यही कारण है कि 13 तारीख और शुक्रवार का मेल डर और भय का प्रतीक बन गया है।

Friday the 13th: 13 नंबर के प्रति समाज में डर और इसके कारण

13 नंबर को लेकर दुनिया के कई हिस्सों में इतना ज्यादा डर है कि कई इमारतों में 13वां फ्लोर ही नहीं होता। होटल के कमरों में 13 नंबर का कमरा नहीं होता और विमान में 13वीं पंक्ति की सीटें भी नजरअंदाज की जाती हैं। अमेरिका और यूरोप में इस दिन लोग यात्रा करने से बचते हैं, और इसीलिए इस दिन हवाई यात्रा के टिकट सस्ते होते हैं।

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फिल्मों और पॉप कल्चर में 13 तारीख और शुक्रवार की छवि

हॉरर फिल्म “फ्राइडे द थर्टीन्थ” (Friday the 13th) ने इस दिन को और ज्यादा डरावना बना दिया। 1980 में रिलीज हुई इस फिल्म ने शुक्रवार और 13 तारीख के मिलन को खतरनाक और डरावने रूप में प्रस्तुत किया, जिससे लोगों का अंधविश्वास और गहरा हो गया। इसके बाद इस पर कई सीक्वल्स भी बने, जो सभी लोकप्रिय रहे।

अशुभ घटनाएं: क्या वास्तव में 13 तारीख और शुक्रवार को होती हैं दुर्घटनाएं?

कुछ लोगों का मानना है कि 13 तारीख और शुक्रवार को दुर्घटनाओं की संभावना ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए, फ्रांस में 13 अक्टूबर 1307 को एक बड़ी घटना हुई थी। लेकिन, एक डच इंश्योरेंस कंपनी के अनुसार, इस दिन हादसों की संख्या वास्तव में बाकी दिनों की तुलना में कम होती है। इसका कारण यह है कि लोग इस दिन ज्यादा सतर्क रहते हैं और कम से कम बाहर निकलते हैं। इसलिए, 13 तारीख और शुक्रवार को दुर्घटनाओं का बढ़ना केवल मिथक हो सकता है।

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यूरोपीय देशों में 13 तारीख और शुक्रवार का डर

यूरोपीय संस्कृति में 13 नंबर और शुक्रवार को सबसे अशुभ माना जाता है। फ्रांस में खाने की मेज पर 13 कुर्सियां रखना अपशकुन समझा जाता है। इसी तरह इंग्लैंड और अन्य यूरोपीय देशों में इस दिन लोग यात्रा करने और बड़े निर्णय लेने से बचते हैं।

हिंदू धर्म में 13 का महत्व: अशुभ नहीं, बल्कि शुभ

हालांकि, हिंदू धर्म में 13 तारीख को बुरा नहीं माना जाता। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, त्रयोदशी (13वां दिन) को भगवान शिव की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत और महाशिवरात्रि भी इसी दिन आते हैं, जो विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं। इसके अलावा, थाईलैंड में भी 13 नंबर को नए साल के रूप में मनाया जाता है।

संख्याओं और अंधविश्वास का गणितीय आधार

गणितीय रूप से, 13 को एक प्राइम नंबर माना जाता है, जो खुद से ही विभाजित होता है। कुछ संस्कृतियों में इसे अपूर्ण और असंतुलित संख्या माना गया है। इसी कारण इसे अपशगुन के रूप में देखा जाता है। हालांकि, इसके बावजूद भी इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

फ्राइडे और 13 के संयोग पर दुनिया का नजरिया

दुनियाभर में 13 तारीख और शुक्रवार का मेल डर का प्रतीक माना जाता है। खासकर यूरोप और अमेरिका में इस दिन को लेकर अंधविश्वास बेहद मजबूत है। लोग इस दिन किसी भी महत्वपूर्ण काम की शुरुआत करने से डरते हैं। वहीं, हिंदू और ग्रीस जैसी कई प्राचीन संस्कृतियों में इसे शुभ माना जाता है।

क्या 13वीं फिल्म बनना सच में अशुभ था?

फिल्म “फ्राइडे द थर्टीन्थ” के 13वें सीक्वल को बनाने में कई अड़चनें आईं और इसे 13 तारीख को रिलीज करने से टाल दिया गया। इस घटना ने भी 13 और शुक्रवार के संयोग को और ज्यादा डरावना बना दिया।

निष्कर्ष: 13 और शुक्रवार से जुड़े मिथक और अंधविश्वास

दुनियाभर में 13 तारीख और शुक्रवार को अनलकी माना जाता है, लेकिन इसके पीछे के कारण पूरी तरह से अंधविश्वास पर आधारित हैं। इतिहास, धार्मिक मान्यताएं और फिल्में भी इस डर को बढ़ावा देने में योगदान देती हैं। हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक या धार्मिक प्रमाण नहीं है कि यह दिन सच में अनलकी होता है।

FAQs:

1.13 तारीख और शुक्रवार को अनलकी क्यों माना जाता है?

इसका मुख्य कारण इतिहास, धार्मिक मान्यताएं और फिल्में हैं, जो इस दिन को अपशगुन से जोड़ते हैं।

2.क्या Batch धर्म में 13 तारीख को अशुभ माना जाता है?

नहीं, हिंदू धर्म में 13 तारीख (त्रयोदशी) को शुभ माना जाता है और भगवान शिव की पूजा की जाती है।

3.क्या 13 तारीख और शुक्रवार को ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं?

कुछ शोधों के अनुसार, इस दिन दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है क्योंकि लोग ज्यादा सतर्क रहते हैं।

4.क्यों कई जगहों पर 13वां फ्लोर या कमरा नहीं होता?

13 नंबर को लेकर समाज में डर और अंधविश्वास के कारण कई इमारतों में 13वां फ्लोर नहीं होता है।

5.क्या “फ्राइडे द थर्टीन्थ” फिल्म ने इस अंधविश्वास को बढ़ाया है?

हां, इस फिल्म ने शुक्रवार और 13 तारीख को खतरनाक और डरावना दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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