“Rahul Gandhi ने श्रीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन ने पीएम मोदी का आत्मविश्वास खत्म कर दिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का भी वादा किया। जानें इस भाषण की खास बातें।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Rahul Ganadhi और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे के दौरान श्रीनगर में एक जोरदार भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस की रणनीति, राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा, और इंडिया गठबंधन की सफलता पर विस्तार से चर्चा की।
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का संकल्प
श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए Rahul Gandhi ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का प्रतिनिधित्व और राज्य का दर्जा बहाल करना कांग्रेस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी राज्य का दर्जा छीनकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया है। यह हमारे लिए अस्वीकार्य है और हम इसे बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि जब उन्हें पता चला कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने वाले हैं, तो उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे के साथ मिलकर सबसे पहले यहां आने का निर्णय लिया। उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों का दर्द और संघर्ष उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत महत्वपूर्ण है और इसे मिटाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है।
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इंडिया गठबंधन की सफलता और मोदी सरकार पर प्रहार
Rahul Gandhi ने अपने भाषण में लोकसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मविश्वास को तोड़ दिया है। उन्होंने कहा, “हमारी विचारधारा, जो मोहब्बत और एकता पर आधारित है, ने नरेंद्र मोदी के आत्मविश्वास को खत्म कर दिया है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सोच देश को नफरत से बचाने और लोकतंत्र की रक्षा करने की है।
मल्लिकार्जुन खरगे का संबोधन: कांग्रेस की मजबूती पर जोर
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “Rahul Gandhi का रिश्ता जम्मू-कश्मीर से बहुत गहरा है और हमें उम्मीद है कि यहां की जनता आगामी चुनाव में हमारा साथ देगी।” उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा का गुस्सा सिर्फ कांग्रेस पर है क्योंकि दूसरी पार्टियां लड़ती ही नहीं हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे डरने वालों का साथ न दें और कांग्रेस के साथ खड़े रहें, क्योंकि पार्टी इस देश को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
विपक्ष को साथ लाने की रणनीति
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू-कश्मीर में सभी विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अब चिंतित है, और यही वजह है कि कुछ विधेयक, जिनका विपक्ष ने कड़ा विरोध किया, उन्हें वापस लिया गया या संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाएगी।
निष्कर्ष: कांग्रेस की आगे की राह
Rahul Gandhi और मल्लिकार्जुन खरगे के इस दौरे ने कांग्रेस की आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति को स्पष्ट कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के लोगों को राज्य का दर्जा वापस दिलाने और उनका प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इंडिया गठबंधन की सफलता और भाजपा के खिलाफ मजबूत मोर्चा खोलने की उनकी योजना आने वाले चुनावों में क्या रंग लाती है, यह देखना दिलचस्प होगा।