Amit Shah: अनुच्छेद 370 की वापसी पर शाह का करारा जवाब,तीन पीढ़ियां भी गुजर जाएं, सपना नहीं होगा पूरा

Amit Shah ने जम्मू-कश्मीर की रैली में फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का वादा करते हुए कहा कि चुनाव के बाद कांग्रेस और मुफ्ती परिवार के काले चिट्ठे खुलेंगे।

Amit Shah
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केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकवाद, कांग्रेस, और फारूक अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोला। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि देश में आतंकवाद अब अपनी अंतिम स्थिति में है और घाटी में फिर से आतंकवाद फैलाने की किसी भी कोशिश को पूरी तरह से कुचल दिया जाएगा। शाह ने कड़े शब्दों में कहा कि अगर घाटी में पत्थरबाजी या आतंकवाद की कोई गतिविधि दोबारा होती है, तो इसे “पाताल में दफना दिया जाएगा।”

Amit Shah ने फारूक अब्दुल्ला पर सीधा हमला

Amit Shah ने जनसभा के दौरान जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा किसी भी कीमत पर होने नहीं दिया जाएगा। शाह ने जोर देकर कहा कि इस तरह के प्रयासों को नाकाम किया जाएगा और घाटी की शांति को किसी भी कीमत पर भंग नहीं होने दिया जाएगा।

कांग्रेस पर तीखा वार

Amit Shah ने अपने भाषण में कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए और कहा, “कांग्रेस नहीं चाहती कि जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी लोगों को आरक्षण मिले। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि पहाड़ी क्षेत्रों को आरक्षण का लाभ मिले और उनका विकास हो।” उन्होंने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वे घाटी में आतंकवाद को फिर से स्थापित करना चाहती है, लेकिन भाजपा सरकार के रहते हुए यह सपना कभी साकार नहीं हो सकता।

आतंकवाद को खत्म करने की प्रतिबद्धता

Amit Shah ने यह स्पष्ट किया कि मोदी सरकार आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अगर घाटी में किसी ने शांति भंग करने की कोशिश की, तो उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। शाह ने यह भी कहा, “आज हम ईंट का जवाब पत्थर से दे रहे हैं, और यह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की वजह से संभव हो पाया है।”

उन्होंने यह भी दोहराया कि घाटी में फैली शांति कुछ लोगों को रास नहीं आ रही, और वे इसे भंग करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे तत्वों को किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

कांग्रेस और मुफ्ती परिवार का होगा खुलासा

अपने भाषण के अंत में शाह ने जोर देकर कहा कि चुनाव के बाद वे एक श्वेत पत्र जारी करेंगे, जिसमें कांग्रेस, फारूक अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवार की सच्चाई सामने लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आखिरकार घाटी में आतंकवाद को किसने शह दी, और किसने आतंकवादियों के साथ बिरयानी खाई, इसका पूरा कच्चा चिट्ठा खोला जाएगा। शाह ने अब्दुल्ला को संबोधित करते हुए कहा, “आप चिंता मत कीजिए, चुनाव के बाद हम सबको एक्सपोज करने वाले हैं।”

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लाल चौक पर शिंदे का डर

Amit Shah ने कांग्रेस के पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे पर भी तंज कसते हुए कहा कि शिंदे ने हाल ही में कहा था कि उन्हें लाल चौक जाने से डर लगता था। इस पर शाह ने कहा, “अब आप लाल चौक अपने पोते-पोतियों के साथ जाइए, आपका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकेगा। यह मोदी सरकार के नेतृत्व में संभव हुआ है कि आज घाटी में शांति का माहौल है।”

अनुच्छेद 370 पर फारूक अब्दुल्ला को करारा जवाब

Amit Shah ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर भी फारूक अब्दुल्ला को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “अब्दुल्ला जी कहते हैं कि वे जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस लाएंगे। लेकिन मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि उनकी तीन पीढ़ियां भी गुजर जाएंगी, तो भी उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा।” शाह ने यह भी कहा कि आज घाटी में चारों ओर शांति फैली हुई है और अनुच्छेद 370 की वापसी के प्रयास सफल नहीं हो सकते।

भविष्य की योजनाएं और विकास की बात

Amit Shah ने नौशेरा में भाजपा प्रत्याशी रविंद्र रैना के समर्थन में प्रचार करते हुए जनता से उन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर जनता रैना को समर्थन देती है, तो नौशेरा में विकास की नई मिसाल कायम होगी। उन्होंने यह वादा किया कि भाजपा के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास और शांति का नया दौर शुरू होगा, जो किसी भी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों को जड़ से खत्म करेगा।

निष्कर्ष

केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah का यह भाषण साफ तौर पर कांग्रेस, फारूक अब्दुल्ला, और मुफ्ती परिवार के खिलाफ एक तीखी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा था। शाह ने न केवल आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता जताई, बल्कि घाटी में शांति और विकास के वादे भी किए। अब देखना यह होगा कि चुनाव के बाद शाह की ओर से जो श्वेत पत्र जारी करने की बात कही गई है, वह किस प्रकार से घाटी की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करता है। एक बात तो साफ है कि भाजपा किसी भी सूरत में घाटी में आतंकवाद को वापस नहीं आने देगी और इसके लिए हर संभव कदम उठाएगी।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. Amit Shah ने फारूक अब्दुल्ला पर निशाना क्यों साधा?
उन्होंने अनुच्छेद 370 की वापसी और शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलने के प्रयास पर अब्दुल्ला की आलोचना की।

2. शाह ने आतंकवाद पर क्या कहा?
शाह ने कहा कि अगर घाटी में फिर से आतंकवाद या पत्थरबाजी हुई, तो उसे पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।

3. कांग्रेस पर अमित शाह का आरोप क्या है?
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस घाटी में आतंकवाद वापस लाना चाहती है और आरक्षण का विरोध कर रही है।

4. श्वेतपत्र में क्या खुलासा होगा?
चुनाव के बाद कांग्रेस, फारूक अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार के आतंकवाद से जुड़े काले चिट्ठे उजागर किए जाएंगे।

5. अनुच्छेद 370 पर अमित शाह का क्या रुख है?
शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 की वापसी कभी नहीं होगी, भले ही फारूक अब्दुल्ला की तीन पीढ़ियां गुजर जाएं।

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