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खैरलाँजी: एयरटेल टावर के Radiation से स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को खतरा, जल्द कार्रवाई की मांग

Radiation

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खैरलाँजी के खरखड़ी गांव में प्राथमिक स्कूल और पंचायत भवन के पास एयरटेल टावर का निर्माण किया गया है। इसके चलते Radiation से बच्चों और ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। जानें पूरी घटना और संभावित खतरे।

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जनपद पंचायत खैरलाँजी के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खरखड़ी में एक गंभीर मुद्दा सामने आया है। एयरटेल मोबाइल कंपनी द्वारा गांव के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के पास एक टावर का निर्माण किया गया है, जिससे बच्चों और ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरे की आशंका जताई जा रही है। खास बात यह है कि टावर के निर्माण के लिए पंचायत से कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं लिया गया है।

बिना NOC के हुआ टावर निर्माण

खरखड़ी गांव में स्थित प्राथमिक और माध्यमिक एकीकृत शाला, पंचायत भवन और सोसायटी भवन के पास एयरटेल मोबाइल कंपनी ने अपना टावर लगा दिया है। टावर के निर्माण को लेकर पंचायत से कोई अनुमति नहीं ली गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि कंपनी ने अपने फायदे के लिए यह टावर जबरदस्ती बना दिया, जबकि इसके लिए जरूरी कागजी कार्यवाही नहीं की गई थी।

स्कूली बच्चों पर मंडरा रहा है Radiation का खतरा

इस टावर के नजदीक कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे प्रतिदिन 6 से 7 घंटे पढ़ाई करते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मोबाइल टावर से निकलने वाली Radiation तरंगें बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकती हैं। बच्चों का इतना लंबे समय तक टावर के करीब रहना उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

Radiation से क्या हो सकते हैं दुष्प्रभाव?

Radiation के संपर्क में आने से बच्चों और ग्रामीणों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनमें डिप्रेशन, ध्यान भंग, चिड़चिड़ापन, चक्कर आना और सिरदर्द जैसी बीमारियों का खतरा सबसे ज्यादा है। खासतौर पर छोटे बच्चों का विकास और ध्यान रेडिएशन के संपर्क में आने से प्रभावित हो सकता है, जिससे उनके भविष्य पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।

ग्रामीणों को भी खतरा

टावर के पास पंचायत भवन और सोसायटी भवन होने की वजह से ग्रामीणों का वहां आना-जाना लगा रहता है। इसके चलते टावर के 300 मीटर के दायरे में आने वाले सभी लोगों पर Radiation का सीधा प्रभाव पड़ सकता है। रेडिएशन की यह तरंगें न सिर्फ इंसानों पर बल्कि पशुओं और पौधों पर भी नकारात्मक असर डाल सकती हैं।

स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने जताई आपत्ति

इस गंभीर मुद्दे को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई है। जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे और समाजसेवी भारत शिहोरे ने इस मामले को तहसीलदार के सामने उठाया और एयरटेल टावर के निर्माण पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने बताया कि बिना पंचायत की अनुमति के इस तरह से टावर का निर्माण करना नियमों का उल्लंघन है और यह लोगों की सेहत के लिए भी खतरा है।

जल्द समाधान की मांग

इस मुद्दे पर ग्रामीणों ने भी आपत्ति जताई है और जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई की मांग की है। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपने के बाद उम्मीद की जा रही है कि स्थानीय प्रशासन इस पर सख्त कदम उठाएगा और ग्रामीणों व बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई करेगा।

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निष्कर्ष

एयरटेल टावर के निर्माण ने खरखड़ी गांव के लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। बच्चों और ग्रामीणों को Radiation के खतरे से बचाने के लिए जरूरी है कि जल्द से जल्द इस मामले पर सख्त कार्रवाई हो। बिना NOC के टावर निर्माण ग्रामीणों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है, और प्रशासन को इस पर उचित कदम उठाने की जरूरत है।

FAQs

  1. एयरटेल टावर के Radiation से क्या खतरे हो सकते हैं?
    एयरटेल टावर से निकलने वाले रेडिएशन से स्वास्थ्य पर गंभीर असर हो सकता है। इससे डिप्रेशन, ध्यान भंग, चक्कर आना, सिरदर्द और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर बच्चों और वृद्धों के लिए यह खतरा अधिक होता है।
  2. टावर को बिना पंचायत की अनुमति के कैसे बनाया गया?
    स्थानीय लोगों के अनुसार, एयरटेल कंपनी ने बिना पंचायत से NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लिए ही टावर का निर्माण कर दिया है। इसके खिलाफ शिकायत की गई है और कार्रवाई की मांग की जा रही है।
  3. Radiation से सबसे ज्यादा प्रभावित कौन हो सकता है?
    सबसे ज्यादा प्रभावित स्कूली बच्चे होंगे जो टावर के पास स्थित स्कूल में रोज 6-7 घंटे बिताते हैं। इसके अलावा, 300 मीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीण भी इस रेडिएशन के संपर्क में आ सकते हैं।
  4. क्या स्थानीय प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई की है?
    हां, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने इस मामले को प्रशासन के सामने उठाया है। तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है, और एयरटेल टावर के निर्माण पर रोक लगाने की मांग की गई है।
  5. रेडिएशन से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
    सबसे पहला उपाय यह है कि टावर को आबादी और स्कूल से दूर स्थापित किया जाए। इसके अलावा, रेडिएशन की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए तकनीकी उपाय भी अपनाए जा सकते हैं, ताकि लोगों पर इसका असर कम हो।
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