Khairlanji में निर्माणाधीन सीएम राइस स्कूल में अनियमितता: घटिया सामग्री और मजदूरों का शोषण उजागर

बालाघाट जिले के Khairlanji में बन रहे सीएम राइस स्कूल के निर्माण में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं। घटिया सामग्री का उपयोग, मजदूरों का शोषण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। जनप्रतिनिधियों ने जांच की मांग की है।

Khairlanji
CM rice school image

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा छात्रों की उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए सीएम राइस स्कूल योजना की शुरुआत की गई है। इसके तहत विभिन्न जिलों और तहसीलों में सीएम राइस स्कूल की इमारतों का निर्माण हो रहा है, जिनमें से कई स्थानों पर कार्य प्रारंभ हो चुका है और कुछ स्थानों पर पूरा भी हो गया है। लेकिन बालाघाट जिले की तहसील खैरलांजी में निर्माणाधीन सीएम राइस स्कूल की इमारत में गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं।

Khairlanji सीएम राइस स्कूल की इमारत को लेकर जनप्रतिनिधियों ने किया निरीक्षण

Khairlanji में बन रहे इस सीएम राइस स्कूल की इमारत को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के आधार पर खैरलांजी जनपद उपाध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे और समाजसेवी देवी लिल्हारे समेत कई गणमान्य व्यक्तियों और पत्रकारों ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्हें इमारत के निर्माण में कई गंभीर अनियमितताएं देखने को मिलीं।

गुणवत्ता हीन निर्माण सामग्री का उपयोग

सबसे बड़ी चिंता का विषय यह रहा कि स्कूल की इमारत के निर्माण में घटिया गुणवत्ता का लोहा और सरिया उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, कोई लैब टेस्टिंग भी नहीं की जा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है। ये स्कूल की संरचना को कमजोर बना सकता है, जो भविष्य में बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है।

मजदूरों का हो रहा शोषण

निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि निर्माण स्थल पर काम कर रहे मजदूरों को सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से भी कम पैसे दिए जा रहे हैं। यह न केवल मजदूरों का शोषण है, बल्कि यह नियमों का उल्लंघन भी है। मजदूरों की इस स्थिति ने निर्माण कार्य की पारदर्शिता और ठेकेदार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पानी की उचित तराई नहीं हो रही

निर्माण कार्य में यह भी देखा गया कि इमारत की तराई के लिए पानी का उचित उपयोग नहीं किया जा रहा है। जब भी कोई निर्माण हो, उसमें पानी से उचित तराई आवश्यक होती है ताकि स्ट्रक्चर मजबूत रहे। लेकिन इस साइट पर इस जरूरी प्रक्रिया को भी नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता और अधिक संदिग्ध हो जाती है।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी

साइट पर सुरक्षा मानकों की भी पूरी तरह से अनदेखी की गई है। सरकारी निर्देशों के अनुसार निर्माण स्थलों पर सेफ्टी पैरामीटर का सख्ती से पालन होना चाहिए, लेकिन यहां किसी भी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। इससे न केवल निर्माण स्थल पर काम करने वाले मजदूरों की जान को खतरा है, बल्कि भविष्य में बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।

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इंजीनियर ने दिया कोई जवाब नहीं

जब निरीक्षण कर रहे जनप्रतिनिधियों ने साइट इंजीनियर श्री उर्कुड़े से इन अनियमितताओं के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण देने से इनकार कर दिया। यह रवैया निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की ओर इशारा करता है। यह स्पष्ट होता है कि ठेकेदार और जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से यह निर्माण कार्य मनमानी से चल रहा है।

जनप्रतिनिधियों की मांग: उच्च स्तरीय जांच हो

निरीक्षण के बाद जनप्रतिनिधियों ने इन अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इसके साथ ही, उन्होंने यह सुनिश्चित करने की मांग की कि इमारत की गुणवत्ता को फिर से जांचा जाए और आवश्यकतानुसार सुधार किए जाएं।

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सरकार की जनहितैषी योजना पर खतरा

सीएम राइस स्कूल योजना सरकार की एक जनहितैषी योजना है, जिसका उद्देश्य छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना है। लेकिन इस तरह की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार से न केवल इस योजना की साख को नुकसान पहुंचता है, बल्कि बच्चों का भविष्य भी खतरे में पड़ सकता है। अगर समय पर आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो यह योजना अपने उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पाएगी।

निष्कर्ष

Khairlanji में सीएम राइस स्कूल की निर्माणाधीन इमारत में पाई गई अनियमितताएं न केवल सरकारी परियोजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि इससे छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा पर भी खतरा मंडराता है। जनप्रतिनिधियों ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, तो यह भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का उदाहरण बन सकता है, जो सरकार की जनहितैषी योजनाओं को प्रभावित करेगा।

FAQs

1. सीएम राइस स्कूल योजना क्या है?
सीएम राइस स्कूल योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करना है।

2. Khairlanji में सीएम राइस स्कूल के निर्माण में कौन सी अनियमितताएं पाई गई हैं?
निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग, मजदूरों का शोषण, पानी की उचित तराई न होना और सुरक्षा मानकों की अनदेखी जैसी अनियमितताएं सामने आई हैं।

3. जनप्रतिनिधियों ने क्या कार्रवाई की मांग की है?
जनप्रतिनिधियों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

4. क्या निर्माण स्थल पर मजदूरों के लिए सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है?
नहीं, साइट पर सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है।

5. क्या साइट इंजीनियर ने अनियमितताओं पर कोई स्पष्टीकरण दिया?
नहीं, साइट इंजीनियर ने किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण देने से इनकार कर दिया, जिससे निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की आशंका और भी बढ़ गई है।

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