खैरलांजी थाना क्षेत्र में “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के तहत महिला बाल विकास विभाग और पुलिस के सहयोग से 50 से अधिक महिला कार्यकर्ताओं को नशा, दहेज, अश्लीलता, और साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए जागरूक किया गया।
खैरलांजी थाना क्षेत्र में महिला बाल विकास विभाग के सहयोग से शुक्रवार को “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के अंतर्गत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में करीब 50 से 60 महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया, जिन्हें विभिन्न सामाजिक मुद्दों और अपराधों से बचने के उपायों पर जागरूक किया गया।
नशा, अशिक्षा और दहेज के दुष्प्रभावों पर विशेष चर्चा
इस अभियान के तहत महिलाओं को नशा मुक्ति, अशिक्षा और दहेज प्रथा के दुष्प्रभावों पर विशेष रूप से जानकारी दी गई। उन्हें समझाया गया कि समाज को इन बुराइयों से कैसे दूर रखा जा सकता है और इस दिशा में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता क्यों है। इसके साथ ही, अश्लीलता के विरोध और महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में भी विस्तार से बताया गया।
साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय
साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों को देखते हुए, इस कार्यक्रम में महिलाओं को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय भी सिखाए गए। डिजिटल लेन-देन और इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के तरीकों पर चर्चा की गई ताकि महिलाओं को साइबर अपराधों से खुद को सुरक्षित रखने में मदद मिल सके।
“मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के उद्देश्यों पर जानकारी
“मैं हूं अभिमन्यु” अभियान के तहत कार्यक्रम में मौजूद महिला कार्यकर्ताओं को इस अभियान के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर संदेश दिए गए। उन्हें इस बात पर जोर दिया गया कि इन संदेशों को अपने जीवन में अमल करें और अपने गांवों में भी इन मुद्दों पर जागरूकता फैलाएं।
महिलाओं से जुड़े अपराधों पर विशेष जानकारी
थाना प्रभारी राम सिंह पटेल और ASI सुशीला टेकाम ने महिलाओं से जुड़े अपराधों और उनके समाधान पर विस्तृत जानकारी दी। महिला कार्यकर्ताओं ने इस दौरान कई सवाल पूछे, जिनके उत्तर पुलिस और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा दिए गए। उन्हें बताया गया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को कैसे रोक सकते हैं और किस तरह से कानूनी मदद प्राप्त कर सकते हैं।
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अधिकारियों की उपस्थिति
इस जागरूकता अभियान में थाना प्रभारी राम सिंह पटेल, ASI सुशीला टेकाम, चंद्रशेखर चौधरी, महिला बाल विकास अधिकारी लोकेश यूके, और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे। साथ ही, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और ग्रामीणों को इन सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करने का संकल्प लिया।
FAQs
1. “मैं हूं अभिमन्यु” अभियान का उद्देश्य क्या है?
“मैं हूं अभिमन्यु” अभियान का उद्देश्य समाज में व्याप्त बुराइयों जैसे नशा, दहेज प्रथा, अशिक्षा, अश्लीलता और साइबर फ्रॉड से लोगों को जागरूक करना है, खासकर महिलाओं को इनसे बचाने के लिए उन्हें सशक्त बनाना।
2. इस जागरूकता कार्यक्रम में कितनी महिला कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया?
इस कार्यक्रम में करीब 50 से 60 महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
3. कार्यक्रम में कौन से मुद्दों पर चर्चा की गई?
कार्यक्रम में नशा मुक्ति, दहेज प्रथा, अशिक्षा, अश्लीलता के विरोध, और साइबर फ्रॉड से बचाव जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाई गई।
4. क्या इस कार्यक्रम में महिलाओं के लिए साइबर सुरक्षा के उपाय भी बताए गए?
हां, इस कार्यक्रम में महिलाओं को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव और उपाय दिए गए, जिससे वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकें।
5. इस अभियान में कौन-कौन से अधिकारी शामिल थे?
इस अभियान में थाना प्रभारी राम सिंह पटेल, ASI सुशीला टेकाम, चंद्रशेखर चौधरी, और महिला बाल विकास अधिकारी लोकेश यूके सहित कई अन्य अधिकारी शामिल थे।