“Mithun Chakraborty ने पश्चिम बंगाल सरकार की आलोचना करते हुए आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए जघन्य अपराध पर न्याय की मांग की। जानें अभिनेता ने इस मुद्दे पर क्या कहा।”
Mithun Chakraborty ने उठाई आवाज, पश्चिम बंगाल सरकार पर किया प्रहार
Mithun Chakraborty, जो एक जाने-माने अभिनेता होने के साथ-साथ अब एक सक्रिय राजनेता भी हैं, ने हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार की तीखी आलोचना की है। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना पर न्याय की मांग की है, जिसमें एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का मामला सामने आया है।
Mithun Chakraborty ने क्या कहा?
एक वीडियो के माध्यम से, जो भाजपा पश्चिम बंगाल के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा किया गया, Mithun Chakraborty ने अपनी गहरी निराशा व्यक्त की। वीडियो में उन्होंने कहा, “मैंने कई बार कहा है कि आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल की स्थिति और भी भयावह हो सकती है। एक बंगाली होने के नाते, अब मेरा सिर शर्म से झुक गया है।” उन्होंने आगे कहा, “मेरी पूरी सहानुभूति पीड़ित परिवार के साथ है। जो लोग इस घृणित कृत्य में शामिल हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जानी चाहिए।”
আর জি করে ছাত্রী খুনের মত নৃশংস ঘটনা, পশ্চিমবঙ্গ জুড়ে মহিলাদের অসুরক্ষার প্রতিবাদে তথা 'অভয়ার' বিচারের দাবিতে মহাগুরু মিঠুন চক্রবর্তীর বক্তব্য। #ResignNowMamata pic.twitter.com/AG06A0eOzo
— BJP West Bengal (@BJP4Bengal) August 18, 2024
Twitter पर गूंजा मिथुन का संदेश
इस वीडियो के साथ साझा किए गए संदेश में लिखा था, “पश्चिम बंगाल में छात्राओं की हत्या और महिलाओं की असुरक्षा के खिलाफ मिथुन चक्रवर्ती की स्पीच, जिसमें उन्होंने ‘अभया’ के लिए न्याय की मांग की।” यह संदेश राज्य में महिलाओं की सुरक्षा पर गहरे सवाल उठाता है।
हाल ही में अस्पताल में भर्ती हुए थे मिथुन
फरवरी 2024 में, Mithun Chakraborty कोलकाता में शूटिंग के दौरान सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। वहां उन्हें मस्तिष्क में स्ट्रोक का पता चला था। हालांकि, 12 फरवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। इस घटना के बाद मिथुन ने सभी से अपने आहार और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की थी। उन्हें आखिरी बार सुमन घोष की हिट बंगाली फिल्म ‘काबुलीवाला’ में देखा गया था, जहां उन्होंने एक यादगार भूमिका निभाई थी।
Mithun Chakraborty का यह बयान और उनकी चिंता न केवल पश्चिम बंगाल, बल्कि पूरे देश में एक महत्वपूर्ण संदेश भेजता है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमें कितना सतर्क और जिम्मेदार होना चाहिए।