MP NEWS: युवक ने नवरात्रि पूजा के दौरान की आत्मबलि की कोशिश, पुजारी की तत्परता से बची जान

MP NEWS: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के भखुरी गांव में नवरात्रि पूजा के दौरान एक युवक ने हसिए से गला रेतकर आत्मबलि की कोशिश की। पुजारी और ग्रामीणों की तत्परता से युवक की जान बचाई गई। घटना विजयासन देवी मंदिर की है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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MP NEWS: पन्ना में नवरात्रि पूजा के दौरान युवक ने की आत्मबलि की कोशिश

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में नवरात्रि के दौरान एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जिले के केवटपुर पंचायत के भखुरी गांव में शुक्रवार, 11 अक्टूबर को एक युवक ने अष्टमी हवन-पूजन के दौरान हसिए से अपना गला रेतकर आत्मबलि देने की कोशिश की। युवक का नाम राजकुमार यादव बताया जा रहा है, जो देवी की आराधना में गहरी आस्था रखता है। मौके पर मौजूद पुजारी और अन्य श्रद्धालुओं की त्वरित कार्रवाई ने उसकी जान बचा ली और उसे अस्पताल पहुंचाया गया।

MP NEWS: विजयासन देवी धाम की घटना

घटना पन्ना जिले के भखुरी गांव में स्थित विजयासन देवी मंदिर की है। यह मंदिर चंदेल राजाओं के समय का है और देवी विजयासन के प्रति यहां के ग्रामीणों की गहरी आस्था है। नवरात्रि के दौरान इस मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। शुक्रवार को अष्टमी के दिन जब हवन-पूजन चल रहा था, तभी यह भयावह घटना घटी। मंदिर में खून फैल गया और वहां मौजूद श्रद्धालु दहशत में आ गए।

MP NEWS: राजकुमार यादव ने क्यों उठाया आत्मबलि का कदम?

राजकुमार यादव पिछले 9 दिनों से नवरात्रि का व्रत रखे हुए था और देवी की साधना में लीन था। स्थानीय लोगों के अनुसार, राजकुमार को देवी विजयासन में अटूट आस्था है और वह हर नवरात्रि में पूजा और उपवास करता है। इस बार भी उसने पूरे 9 दिन का उपवास रखा और अष्टमी के दिन हवन-पूजन में भाग ले रहा था। उसी दौरान उसने अचानक हसिए से अपने गले पर वार किया, जिससे वह लहूलुहान हो गया।

MP NEWS: पुजारी और ग्रामीणों ने बचाई जान

घटना के तुरंत बाद, मंदिर के पुजारी और अन्य श्रद्धालु सक्रिय हो गए। उन्होंने बिना देर किए राजकुमार को नजदीकी अजयगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत को देखते हुए उसे पन्ना जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, राजकुमार की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन उसकी जान बचा ली गई है।

MP NEWS: धार्मिक आस्था या मानसिक अस्थिरता?

यह घटना कई सवाल खड़े करती है। क्या राजकुमार की यह हरकत उसकी गहरी धार्मिक आस्था का परिणाम थी, या फिर यह मानसिक अस्थिरता का संकेत है? ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले भी कई भक्तों ने विजयासन देवी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करने के लिए अत्यधिक बलिदान दिए हैं। कुछ भक्त अपनी जीभ तक अर्पित कर चुके हैं, लेकिन इस तरह का आत्मबलि का प्रयास मंदिर में पहली बार देखा गया है।

MP NEWS: मंदिर का ऐतिहासिक महत्व

विजयासन देवी का यह मंदिर चंदेल राजाओं के काल में निर्मित हुआ था और इसका पन्ना जिले में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह मंदिर अपने प्राचीन स्थापत्य और देवी के प्रति अटूट श्रद्धा के लिए प्रसिद्ध है। विशेषकर नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। ग्रामीणों के अनुसार, यहां देवी विजयासन की पूजा से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, इसलिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं।

MP NEWS: पुलिस जांच में जुटी

धरमपुर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना राजकुमार की व्यक्तिगत आस्था से जुड़ी हो सकती है, लेकिन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। राजकुमार के परिवार वालों से भी पूछताछ की जा रही है, ताकि इस आत्मबलि के प्रयास के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।

क्या है आत्मबलि की परंपरा?

भारत में कुछ हिस्सों में देवी-देवताओं को खुश करने के लिए बलि चढ़ाने की प्राचीन परंपरा रही है, लेकिन समय के साथ इस परंपरा में बदलाव आया है। वर्तमान में मानवीय बलि या आत्मबलि को कानूनन अपराध माना जाता है, और ऐसे मामलों में कड़ी सजा का प्रावधान है। हालांकि, धार्मिक आस्था और अंधविश्वास के चलते कुछ लोग आज भी इस तरह के कदम उठाते हैं।

समाज में धार्मिक अंधविश्वास और उसके प्रभाव

ऐसी घटनाएं समाज में अंधविश्वास और धार्मिक कट्टरता के खतरनाक प्रभावों को उजागर करती हैं। धार्मिक आस्था रखना स्वाभाविक है, लेकिन जब आस्था अंधविश्वास का रूप ले लेती है, तो यह गंभीर परिणाम दे सकती है। राजकुमार यादव की इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या धार्मिक आस्थाओं को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की भयावह घटनाओं से बचा जा सके।

युवक की स्थिति पर नजर

फिलहाल राजकुमार यादव का इलाज जारी है और डॉक्टरों का कहना है कि उसकी हालत स्थिर है। मंदिर और गांव में इस घटना के बाद से लोग स्तब्ध हैं, लेकिन प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है। पुलिस ने गांव में अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो।

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FAQs

1. यह घटना कहां की है?

यह घटना मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के भखुरी गांव में विजयासन देवी मंदिर की है।

2. युवक ने आत्मबलि की कोशिश क्यों की?

युवक राजकुमार यादव ने देवी विजयासन के प्रति अपनी गहरी आस्था के चलते आत्मबलि की कोशिश की। उसने नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत रखा था और अष्टमी के दिन हवन-पूजन के दौरान हसिए से अपना गला रेत लिया।

3. क्या युवक की जान बचाई जा सकी?

जी हां, मंदिर के पुजारी और अन्य श्रद्धालुओं की त्वरित प्रतिक्रिया से युवक को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी जान बचा ली गई।

4. क्या आत्मबलि कानूनी रूप से अपराध है?

हां, आत्मबलि कानूनी रूप से अपराध है और इसमें शामिल व्यक्ति को सजा हो सकती है।

5. विजयासन देवी मंदिर का क्या महत्व है?

विजयासन देवी मंदिर चंदेल राजाओं के समय का प्राचीन मंदिर है, जहां नवरात्रि के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने आते हैं। देवी विजयासन के प्रति स्थानीय ग्रामीणों की गहरी आस्था है।

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