PM fasal Bima Yojana: किसानों को बड़ा लाभ, बटईदार किसानों को मिलेगा मुआवजा, जानिए पूरी जानकारी

PM fasal Bima Yojana के तहत किसानों को फसल नुकसान पर मुआवजा और बटाईदार किसानों को भी बीमा कवरेज का लाभ मिलेगा। जानिए इस योजना के प्रमुख लाभ।

PM fasal Bima Yojana
PM fasal Bima Yojana

केंद्र सरकार की PM fasal Bima Yojana(PMFBY) के अंतर्गत इस वर्ष किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। इस योजना में अब बटाईदार किसानों को भी बीमा का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी मेहनत और फसल से जुड़ा निवेश सुरक्षित रहेगा। सरकार ने इस योजना के तहत बटाईदार किसानों को भी शामिल कर लिया है, जो कि अब तक इस योजना का हिस्सा नहीं थे। इस फैसले से लाखों बटाईदार किसानों को बड़ा फायदा होगा।

PM fasal Bima Yojana में रिकॉर्ड आवेदन

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, इस साल खरीफ सीजन के दौरान लगभग 9 करोड़ किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आवेदन किया है। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में कहीं अधिक है, जिससे इस योजना की बढ़ती लोकप्रियता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। किसानों में इस योजना को लेकर काफी रुचि है, क्योंकि यह योजना उन्हें फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।

PM fasal Bima Yojana: बटाईदार किसानों को मिलेगा विशेष लाभ

अब तक PM fasal Bima Yojana योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलता था जो खुद अपनी जमीन पर खेती करते थे। लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने बटाईदार किसानों को भी इस योजना में शामिल कर लिया है। इसका मतलब यह है कि जो किसान दूसरों की जमीन पर खेती करते हैं, उन्हें भी अब फसल नुकसान होने पर बीमा मुआवजा मिलेगा। यह फैसला देश भर के बटाईदार किसानों के लिए एक बड़ी राहत की तरह है, क्योंकि अब उनकी मेहनत और फसल निवेश दोनों ही सुरक्षित रहेंगे।

farmer scheme
PM fasal Bima Yojana

क्लेम भुगतान में देरी पर मिलेगा ब्याज

सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यदि फसल बीमा क्लेम के भुगतान में किसी भी प्रकार की देरी होती है, तो किसानों को 12% से अधिक का ब्याज भी दिया जाएगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि किसानों को समय पर उनके बीमा क्लेम का भुगतान मिल सके और देरी की स्थिति में उन्हें अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी मिल सके।

also read : – PM Kisan samman nidhi की 18 वी किश्त मिलने से पहले किसान कर ले ये काम, वरना नही मिलेंगी राशी

योजना की अब तक की सफलता

PM fasal Bima Yojana 2016 में शुरू की गई थी, और तब से अब तक 70 करोड़ से अधिक किसानों ने अपनी फसल को बीमा कवरेज के तहत सुरक्षित किया है। इस योजना के तहत अब तक लगभग 20 करोड़ किसानों को फसल नुकसान के मुआवजे के रूप में करीब पौने दो लाख करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है। यह योजना किसानों के लिए एक बड़ी आर्थिक सुरक्षा के रूप में सामने आई है, जो उन्हें प्राकृतिक आपदाओं या अन्य कारणों से फसल नुकसान होने पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

ALSO READ : – Ladli Behna Yojana की 16वीं किस्त: जानिए किस तारीख को आएंगे पैसे और कैसे करें चेक

प्रीमियम पर सरकार की सहायता

PM fasal Bima Yojana के तहत किसानों को बीमा प्रीमियम की राशि का केवल 4.1% भुगतान करना होता है। इसमें से 2% का प्रीमियम किसान खुद अदा करता है, जबकि बाकी 2.1% का प्रीमियम केंद्र सरकार किसानों के लिए वहन करती है। इससे किसानों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ता और वे कम लागत में अपनी फसल का बीमा करवा सकते हैं। खरीफ और रबी दोनों सीजन की फसलों के लिए यह योजना लागू है, और हर सीजन में प्रीमियम की दरों में थोड़ा बदलाव हो सकता है, लेकिन योजना का लाभ किसानों को लगातार मिलता रहेगा।

क्लेम प्रक्रिया में तेजी

कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, सरकार फसल बीमा क्लेम प्रक्रिया को और तेज करने के लिए कई कदम उठा रही है। क्लेम भुगतान में देरी होने पर किसानों को अब 12% ब्याज मिलेगा, जिससे उन्हें समय पर मुआवजा मिल सकेगा। इसके अलावा, इस बार फसल बीमा योजना में पारदर्शिता बढ़ाने और किसानों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुधार भी किए गए हैं।

देश भर के किसानों का बढ़ता रुझान

इस साल PM fasal Bima Yojana के तहत देश भर के किसानों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है। किसानों की संख्या में इस बढ़ोतरी से स्पष्ट है कि यह योजना उन्हें अपनी फसल और वित्तीय निवेश की सुरक्षा के लिए भरोसेमंद विकल्प लग रही है। सरकार ने इस योजना में कई सुधार किए हैं, जिनका उद्देश्य किसानों को तेजी से और अधिक प्रभावी ढंग से लाभ पहुंचाना है।

बटाईदार किसानों के लिए यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है?

बटाईदार किसान अक्सर फसल नुकसान के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं क्योंकि उनके पास खुद की जमीन नहीं होती और वे फसल में किए गए निवेश से सीधे तौर पर जुड़े होते हैं। अब, फसल बीमा योजना में शामिल होने से, बटाईदार किसानों को भी फसल नुकसान होने पर मुआवजा मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

अधिक प्रीमियम का बोझ नहीं

प्रीमियम के मामले में, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को अतिरिक्त वित्तीय बोझ न उठाना पड़े। 4.1% प्रीमियम में से 2.1% का भुगतान सरकार खुद करती है, जिससे किसानों को कम खर्च में अधिक लाभ मिलता है। यह उन किसानों के लिए खासकर फायदेमंद है जो सीमित संसाधनों के साथ खेती करते हैं।

अधिकारियों की राय

कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी सीपी त्रिखा का कहना है कि PM fasal Bima Yojana के तहत किसानों को समय पर मुआवजा दिलाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उनका मानना है कि इस योजना से किसानों की मेहनत का सही मूल्यांकन हो रहा है और उन्हें उनकी फसल नुकसान पर उचित मुआवजा मिल रहा है। इसके साथ ही, बटाईदार किसानों को भी शामिल किए जाने से इस योजना की पहुंच और व्यापक हो गई है।

कृषि मंत्रालय की बड़ी पहल

इस योजना के अंतर्गत सरकार ने कई नई सुविधाओं की भी शुरुआत की है। फसल बीमा क्लेम के मामलों में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल प्रक्रिया को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे किसानों को क्लेम प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, राज्य सरकारों को भी इस योजना के तहत सर्टिफाइड बटाईदार किसानों को लाभ देने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

निष्कर्ष

PM fasal Bima Yojana देश के करोड़ों किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में उभरी है। खासकर बटाईदार किसानों के लिए यह योजना एक बड़ी राहत है, क्योंकि अब वे भी फसल नुकसान होने पर मुआवजा प्राप्त कर सकते हैं। सरकार के प्रयासों से इस योजना की पहुंच और प्रभावशीलता दोनों ही बढ़ी हैं, और इसका सीधा लाभ किसानों को हो रहा है।

FAQs:

  1. PM fasal Bima Yojana क्या है?
    यह एक सरकारी योजना है जो किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।
  2. क्या बटाईदार किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
    हां, अब बटाईदार किसानों को भी इस योजना में शामिल किया गया है और वे भी फसल नुकसान पर मुआवजा पा सकते हैं।
  3. क्लेम प्रक्रिया में देरी होने पर क्या होगा?
    यदि क्लेम भुगतान में देरी होती है, तो किसानों को 12% ब्याज दिया जाएगा।
  4. इस योजना के तहत किसानों को कितना प्रीमियम देना होता है?
    किसानों को 4.1% प्रीमियम देना होता है, जिसमें 2% किसान खुद अदा करता है और बाकी 2.1% सरकार अदा करती है।
  5. क्या यह योजना सभी प्रकार की फसलों के लिए लागू है?
    हां, यह योजना खरीफ और रबी दोनों सीजन की फसलों के लिए लागू है।

Leave a Comment