PM MODI का बचपन का मजेदार किस्सा: 20 साल तक बैंक ढूंढता रहा नरेंद्र मोदी को, खुद पीएम ने किया खुलासा

PM MODI ने अपने बचपन का एक दिलचस्प किस्सा सुनाया, जब देना बैंक ने उन्हें 20 साल तक ढूंढा। जानें कैसे यह घटना उनके जीवन में बचत के महत्व को समझाती है।

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PM MODI का बचपन का मजेदार किस्सा: 20 साल तक बैंक ढूंढता रहा नरेंद्र मोदी को, खुद पीएम ने किया खुलासा

PM MODI के जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्से हैं, जिनमें से एक हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के 10 साल पूरे होने के अवसर पर एक पुराना वीडियो क्लिप सामने आया है, जिसमें पीएम मोदी ने अपने स्कूल के दिनों का एक मजेदार और प्रेरणादायक किस्सा साझा किया है। यह किस्सा उनके बचपन के समय का है, जब वह देना बैंक के साथ जुड़ा हुआ था। आइए, इस कहानी को विस्तार से जानते हैं।

कैसे PM MODI का बैंक खाता बना 20 साल का सिरदर्द?

वीडियो में PM MODI बताते हैं कि जब वह स्कूल में पढ़ते थे, तब देना बैंक के लोग उनके स्कूल में आए थे। वे बच्चों को पैसों की बचत का महत्व समझाने के लिए गुल्लक बांटते थे और बैंक में खाता खुलवाने के लिए प्रेरित करते थे। उसी समय नरेंद्र मोदी ने भी अपना खाता खुलवाया और गुल्लक भी लिया। लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि वह गुल्लक कभी भर नहीं पाया।

उन्होंने बताया, “मैंने स्कूल और गांव छोड़ दिया, लेकिन मेरा खाता बैंक में खुला रह गया। बैंक वाले मुझे ढूंढने लगे, शायद 20 साल तक, क्योंकि वह खाता बंद करवाना चाहते थे। तब मुझे पता चला कि उस समय खाता बंद करवाने के लिए भी कोशिशें की जाती थीं।”

बचपन के अनुभव से मिली जीवन की महत्वपूर्ण सीख

PM MODI इस किस्से को सुनाते हुए बताते हैं कि यह घटना उनके लिए एक महत्वपूर्ण सबक साबित हुई। उन्होंने कहा, “आज हम खाते खोलने के लिए प्रयास कर रहे हैं, जबकि उस समय खाता बंद करवाना एक चुनौती थी। यह बदलाव हमारे देश के आर्थिक सुधार और लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।”

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जनधन योजना के 10 साल: गरीबों की जिंदगी का सूर्योदय

प्रधानमंत्री जनधन योजना के 10 साल पूरे होने पर इस वीडियो को साझा करते हुए मोदी आर्काइव ने लिखा, “पांच दशक से भी अधिक समय पहले एक युवा स्कूली छात्र ने बचत का महत्व समझकर बैंक खाता खोला था। उस समय उसे इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह उसे एक बहुत ही महत्वपूर्ण सबक सिखाएगा। वह छात्र कोई और नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे।”

यह किस्सा न केवल पीएम मोदी के जीवन में बचत के महत्व को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे देश में आर्थिक सुधार और योजनाओं के जरिए गरीबों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।

निष्कर्ष

PM MODI का यह किस्सा हमें बताता है कि जीवन में छोटे-छोटे अनुभव भी बड़े सबक सिखा सकते हैं। यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि हम अपनी दिशा में लगातार प्रयास करते रहें, तो सफलता अवश्य मिलती है। जनधन योजना की सफलता और पीएम मोदी के इस प्रेरणादायक किस्से से हमें यह सीखने को मिलता है कि देश के हर नागरिक के जीवन में आर्थिक सुरक्षा और बचत का महत्व कितना महत्वपूर्ण है।

FAQs

1. नरेंद्र मोदी ने किस बैंक का खाता बचपन में खोला था?
नरेंद्र मोदी ने बचपन में ‘देना बैंक’ में खाता खुलवाया था।

2. PM MODI को बैंक वालों ने क्यों ढूंढा?
बैंक वाले नरेंद्र मोदी को 20 साल तक ढूंढते रहे क्योंकि उनका खाता बंद नहीं हुआ था और बैंक इसे बंद करना चाहते थे।

3. जनधन योजना के 10 साल पूरे होने का क्या महत्व है?
जनधन योजना ने पिछले 10 सालों में करोड़ों गरीब भारतीयों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा है, जिससे उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।

4. PM MODI के बचपन के इस किस्से से क्या सीख मिलती है?
यह किस्सा बचत के महत्व को समझने और जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की प्रेरणा देता है।

5. जनधन योजना का उद्देश्य क्या है?
जनधन योजना का उद्देश्य देश के हर नागरिक को बैंकिंग सेवाओं से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है।

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