RG Kar Medical Collage के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोपों में 14 स्थानों पर छापेमारी की। जानिए इस हाई-प्रोफाइल मामले की पूरी जानकारी।
RG Kar Medical Collage में सीबीआई की छापेमारी
RG Kar Medical Collage और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल, संदीप घोष के खिलाफ सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने रविवार को बड़ी कार्रवाई की। यह कार्रवाई उनके कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में की गई। सीबीआई ने कोलकाता और हावड़ा समेत 14 अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की।
कैसे शुरू हुआ मामला?
यह मामला RG Kar Medical Collage के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक, डॉ. अख्तर अली द्वारा दायर की गई याचिका से शुरू हुआ। डॉ. अली ने आरोप लगाया कि संदीप घोष ने अपने कार्यकाल के दौरान कई वित्तीय घोटाले किए और कई नियमों का उल्लंघन किया।
अख्तर अली ने क्या आरोप लगाए?
डॉ. अख्तर अली ने आरोप लगाया कि घोष ने अवैध रूप से लावारिस शवों का इस्तेमाल किया, बायोमेडिकल कचरा बेचा, और टेंडर पास करने के लिए दवा और चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं से कमीशन लिया। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी दावा किया कि छात्रों पर परीक्षा पास करने के लिए भारी रकम देने का दबाव डाला गया।
हाई कोर्ट का हस्तक्षेप
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब डॉ. अली ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। उन्होंने अनुरोध किया कि इन वित्तीय घोटालों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से कराई जाए। हाई कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीबीआई को इस मामले की जांच सौंप दी।
सीबीआई की कार्रवाई
हाई कोर्ट के आदेश के बाद, सीबीआई ने संदीप घोष और उनके सहयोगियों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें से कुछ प्रमुख स्थान थे उत्तर कोलकाता का केष्टोपुर, हावड़ा और एंटाली। इसके अलावा, आरजी कर अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख देबाशीष सोम और पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ के घरों पर भी तलाशी ली गई।
अन्य आरोपी भी निशाने पर
सीबीआई की यह कार्रवाई केवल संदीप घोष तक सीमित नहीं थी। इस मामले में अन्य आरोपियों और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। यह छापेमारी इस बात का संकेत है कि सीबीआई इस मामले को लेकर गंभीर है और सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने का प्रयास कर रही है।
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संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान विवाद
संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान कई विवाद सामने आए थे। उनके खिलाफ छात्रों से परीक्षा पास कराने के लिए पैसे मांगने, अवैध टेंडर पास करने और अवैध रूप से लावारिस शवों का इस्तेमाल करने जैसे गंभीर आरोप लगे थे।
RG Kar Medical Collage की पिछली घटनाएं
RG Kar Medical Collage पहले भी विवादों में रहा है। 9 अगस्त 2023 को, कॉलेज में एक स्नातकोत्तर ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित रूप से बलात्कार और हत्या की घटना के बाद यह कॉलेज सुर्खियों में आया था। इस घटना में मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था, जो कोलकाता पुलिस के लिए काम करने वाला एक नागरिक स्वयंसेवक था।
सीबीआई की जांच के आगे का रास्ता
अब जबकि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है, उम्मीद की जा रही है कि सच सामने आएगा और दोषियों को सजा मिलेगी। सीबीआई की इस कार्रवाई से एक बात साफ हो गई है कि किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
संदीप घोष और उनके सहयोगियों के खिलाफ सीबीआई की यह छापेमारी भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें शामिल सभी दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
FAQs
- सीबीआई की छापेमारी का मुख्य कारण क्या था? सीबीआई की छापेमारी का मुख्य कारण RG Kar Medical Collage के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताएं थीं।
- छापेमारी किन-किन स्थानों पर की गई? छापेमारी कोलकाता और हावड़ा सहित 14 स्थानों पर की गई, जिनमें संदीप घोष और उनके सहयोगियों के ठिकाने शामिल थे।
- किसकी याचिका पर हुई यह कार्रवाई? यह कार्रवाई आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक, डॉ. अख्तर अली द्वारा दायर याचिका पर हुई।
- RG Kar Medical Collage पहले भी विवादों में रहा है? हां, 9 अगस्त 2023 को कॉलेज में एक स्नातकोत्तर ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के बाद यह कॉलेज सुर्खियों में आया था।
- इस मामले में आगे क्या होने की संभावना है? सीबीआई इस मामले की पूरी जांच कर रही है और उम्मीद है कि सभी दोषियों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।