अपने सेमीफाइनल मुकाबले में शानदार जीत के बाद फाइनल में प्रवेश करने वाली भारतीय महिला पहलवान Vinesh phogat को फाइनल मैच के कुछ समय पहले ही ओलंपिक टूर्नामेंट से ओवर वेट होने की वजह से disqualify किया गया था,जिसके बाद विनेश फोगाट ने संयुक्त रजत पदक की मांग की अपील की थी,जिसके बाद चल रही लगातार विवेचना के बाद फैसला आने की तारीख बड़ा दी गई है जहा संबंधित मामले में फैसला 13 अगस्त को ऑस्ट्रेलियाई जज डॉक्टर एनाबेल बेनेट के द्वारा सुनाया जाएंगा।
9 अगस्त को Vinesh phogat medal case मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी थी,जहा फैसला 10 अगस्त दिन शनिवार को आने की उम्मीद थी,लेकिन फैसले की तारीख बढ़ने के साथ ही विनेश को सिल्वर मिलेगा या नहीं यह फैसला भी भविष्य के गर्भ में जा चुका है,ओलंपिक में खुद को अयोग्य ठहराए जाने के बाद विनेश फोगाट ने CAS में अपील की थी कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए।
Vinesh Foghat medal case में चाचा महावीर फोगाट का बयान आया सामने
Vinesh phogat के चाचा महावीर फोगाट ने टले फैसले पर बयान देते हुए कहा है की उन्हें 2 दिन से इस फैसले का इंतजार था लेकिन अब फैसले की घड़ी बढ़ चुकी है,उन्होंने कहा की मैं भारत सरकार का आभारी हुं जिन्होंने अच्छे वकील नियुक्त किए है,उन्होंने कहा की हमे यकीन है की फैसला अच्छा ही आएगा साथ ही उन्होंने कहा की उन्हें दुख है की हम गोल्ड मेडल नही जीत सके,लेकिन भारत सरकार विनेश को सिल्वर मिले इस हेतु सर्वोत्तम प्रयास कर रही है मैं भारत सरकार का आभारी हु।
इन तर्को के आधार पर Vinesh Foghat ने रखा अपना पक्ष
पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की आशा को तब धक्का लगा जब उन्हे पता चला की Vinesh phogat ओवर वेट होने की वजह से फाइनल हेतु अयोग्य घोषित कर दी गई है,,लेकिन अब पूरा देश विनेश के साथ खड़ा है जहा विनेश ने अपनी सफाई में तर्क प्रस्तुत कर सिल्वर मेडल की मांग की है जहा विनेश ने कहा की उन्होंने कोई धोखाधड़ी नही की है,शरीर की रिकवरी के दौरान उनका वजन बढ़ा था जो की पूर्णतः प्राकृतिक प्रक्रिया है,साथ ही विनेश ने कहा की अपने शरीर की देखभाल करना एक एथलीट का मौलिक अधिकार है,विनेश ने कहा की प्रतियोगिता के पहले वह under वेट थी लेकिन शरीर की रिकवरी के चलते आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति उनका मौलिक अधिकार है उन्होंने कोई धोखधड़ी नही की है।