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VINESH PHOGAT चुनाव लड़ने से वंचित? जानिए क्यों नहीं स्वीकार हुआ रेलवे में इस्तीफा

Vinesh Phogat will not be able to contest elections

Vinesh Phogat will not be able to contest elections

VINESH PHOGAT के हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने पर संशय बन गया है, क्योंकि रेलवे ने उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है। जानिए इस मामले का पूरा विवरण और चुनाव पर इसका क्या असर हो सकता है।

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क्या VINESH PHOGAT हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ पाएंगी? रेलवे ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया!

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर एक नई और दिलचस्प खबर सामने आई है। प्रसिद्ध पहलवान VINESH PHOGAT और बजरंग पुनिया, जिन्होंने हाल ही में भारतीय रेलवे से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे, अब अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। सबसे बड़ी खबर यह है कि रेलवे ने अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है, जिसके चलते विनेश के चुनाव लड़ने पर संशय बन गया है। इस मामले से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर एक नजर डालते हैं।

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VINESH PHOGAT और बजरंग पुनिया ने क्यों दिया इस्तीफा?

VINESH PHOGAT और बजरंग पुनिया, दोनों ही भारतीय कुश्ती के दिग्गज खिलाड़ी हैं। उन्होंने भारतीय रेलवे में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहते हुए देश का नाम रोशन किया है। लेकिन हाल ही में, उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने का निर्णय लिया और इसके लिए उन्होंने भारतीय रेलवे से इस्तीफा दे दिया।

VINESH PHOGAT, जो उत्तर रेलवे के खेल विभाग में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) के पद पर थीं, ने 6 सितंबर को रेलवे में अपना इस्तीफा सौंपा था। उसी दिन बजरंग पुनिया ने भी रेलवे से अपना इस्तीफा जमा किया। ये दोनों पहलवान अब कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके हैं और हरियाणा विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे थे।

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रेलवे ने क्यों नहीं किया इस्तीफा स्वीकार?

जब VINESH PHOGAT और बजरंग ने रेलवे में इस्तीफा दिया, तब उम्मीद थी कि वे जल्द ही चुनाव की प्रक्रिया में शामिल हो जाएंगे। लेकिन रेलवे ने उनके इस्तीफे को तुरंत स्वीकार नहीं किया, जिसके चलते उनकी चुनावी योजनाएं अटक गई हैं।

रेलवे की नियमावली के अनुसार, अगर कोई कर्मचारी इस्तीफा देना चाहता है, तो उसे कम से कम तीन महीने का नोटिस देना होता है। हालांकि, विनेश और बजरंग दोनों ने “तत्काल प्रभाव से” इस्तीफा दिया था। इस स्थिति में रेलवे का जवाब देना जरूरी है, ताकि वे चुनाव लड़ने के लिए अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकें।

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चुनाव आयोग की गाइडलाइन्स और सरकारी कर्मचारियों के लिए नियम

भारत में चुनाव लड़ने के लिए सरकारी कर्मचारियों को पहले अपने पद से इस्तीफा देना होता है। इसके बाद उन्हें अपने विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) लेना अनिवार्य होता है। बिना NOC के कोई भी उम्मीदवार चुनाव के लिए नामांकन नहीं कर सकता है।

VINESH PHOGAT का इस्तीफा अगर स्वीकार नहीं होता है, तो वे हरियाणा विधानसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगी, क्योंकि रेलवे से NOC के बिना उनका नामांकन स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस स्थिति में रिटर्निंग अधिकारी उनका नामांकन रद्द कर सकते हैं।

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क्या VINESH PHOGAT चुनाव नहीं लड़ पाएंगी?

फिलहाल, स्थिति बहुत ही असमंजस भरी है। विनेश फोगाट को जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। लेकिन अगर रेलवे ने उनका इस्तीफा समय पर स्वीकार नहीं किया, तो उन्हें इस चुनाव में हिस्सा लेने से वंचित होना पड़ सकता है।

चुनाव लड़ने के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करना अनिवार्य है, और यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके पास चुनाव आयोग द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज, विशेषकर NOC, उपलब्ध हों। अगर रेलवे इस्तीफा स्वीकार करने में देरी करता है, तो यह विनेश फोगाट के राजनीतिक करियर के लिए बड़ी बाधा साबित हो सकती है।

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बजरंग पुनिया की स्थिति क्या है?

बजरंग पुनिया के मामले में स्थिति थोड़ी अलग है। कांग्रेस ने उन्हें हरियाणा चुनाव में मैदान में उतारने की बजाय उन्हें किसान कांग्रेस का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के बाद बजरंग पुनिया चुनावी मैदान में नहीं आएंगे, लेकिन उनका राजनीति में सक्रिय योगदान रहेगा।

यह साफ है कि बजरंग पुनिया की राजनीतिक गतिविधियां अधिकतर पार्टी संगठन और किसान मुद्दों पर केंद्रित होंगी, जबकि विनेश फोगाट को विधानसभा चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतारने की योजना थी।

रेलवे में इस्तीफे के नियम क्या हैं?

रेलवे के नियमों के अनुसार, किसी भी कर्मचारी को नौकरी छोड़ने से पहले तीन महीने का नोटिस देना होता है। अगर कर्मचारी तुरंत इस्तीफा देता है, तो वह अपनी नौकरी पर वापसी का अधिकार खो देता है।

विनेश और बजरंग ने “तत्काल प्रभाव” से इस्तीफा दिया था, लेकिन रेलवे अभी भी यह तय करने में देरी कर रहा है कि इसे स्वीकार किया जाए या नहीं। अगर रेलवे ने उनके इस्तीफे को समय पर स्वीकार नहीं किया, तो यह उनके चुनावी प्रयासों पर असर डाल सकता है।

कांग्रेस की पहली उम्मीदवार सूची में विनेश का नाम

कांग्रेस ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी की थी, जिसमें 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। इस सूची में विनेश फोगाट को जुलाना विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया गया था।

अगर उनके इस्तीफे का मुद्दा सुलझ जाता है, तो वे जुलाना से कांग्रेस का चेहरा बनकर चुनावी मैदान में उतर सकती हैं। इस क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता और उनकी खेल उपलब्धियों का फायदा कांग्रेस को चुनावी जीत में मिल सकता है।

क्या हो सकते हैं विकल्प?

अगर विनेश का इस्तीफा समय पर स्वीकार नहीं होता, तो उनके पास सीमित विकल्प बचेंगे। पहला, वे इस्तीफा स्वीकार होने तक इंतजार कर सकती हैं और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद चुनाव लड़ने की कोशिश कर सकती हैं। दूसरा, वे इस चुनाव से अपना नाम वापस ले सकती हैं और भविष्य में राजनीतिक करियर को फिर से बनाने का प्रयास कर सकती हैं।

कांग्रेस को भी इस स्थिति से निपटने के लिए विकल्पों पर विचार करना होगा। अगर विनेश चुनाव नहीं लड़ पातीं, तो पार्टी को उनके स्थान पर किसी अन्य उम्मीदवार को जुलाना विधानसभा से उतारना होगा।

निष्कर्ष: VINESH PHOGAT का चुनावी भविष्य अधर में

VINESH PHOGAT और बजरंग पुनिया, दोनों ही खेल के दिग्गज हैं और अब राजनीति में कदम रख रहे हैं। लेकिन रेलवे में उनके इस्तीफे के मुद्दे ने विनेश के राजनीतिक करियर को फिलहाल चुनौतीपूर्ण बना दिया है।

इस समय, यह देखना होगा कि क्या रेलवे समय पर इस्तीफा स्वीकार करता है या नहीं, और क्या विनेश हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में हिस्सा ले पाएंगी। यह स्थिति उनके राजनीतिक करियर के लिए अहम मोड़ साबित हो सकती है, और आने वाले दिनों में इसका समाधान निकलने की उम्मीद है।

FAQs:

  1. VINESH PHOGAT का इस्तीफा स्वीकार क्यों नहीं हुआ?
    रेलवे ने अभी तक विनेश का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है, क्योंकि रेलवे के नियमों के अनुसार तीन महीने का नोटिस देना जरूरी होता है।
  2. क्या बिना इस्तीफा स्वीकार हुए विनेश चुनाव लड़ सकती हैं?
    नहीं, चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, सरकारी कर्मचारी चुनाव लड़ने से पहले अपने पद से इस्तीफा देना और संबंधित विभाग से NOC लेना अनिवार्य होता है।
  3. बजरंग पुनिया की स्थिति क्या है?
    बजरंग पुनिया को कांग्रेस ने चुनाव में उतारने की बजाय किसान कांग्रेस का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
  4. VINESH PHOGAT किस विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं?
    विनेश फोगाट जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं।
  5. रेलवे में इस्तीफा देने के नियम क्या हैं?
    रेलवे में इस्तीफा देने के लिए तीन महीने का नोटिस देना जरूरी होता है, लेकिन तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने पर वापसी की गुंजाइश खत्म हो जाती है।
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