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Tirupati Balaji Temple: क्यू दिया जाता है बालो का दान,आइए जानते है?इसके पीछे की मान्यता और कारणों को

Tirupati Balaji Temple

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Tirupati Balaji Temple में बाल दान की परंपरा, इसकी धार्मिक मान्यता, बालों का उपयोग और नीलामी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानें, जो मंदिर के लिए करोड़ों की आय का स्रोत है।

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Tirupati Balaji Temple में बाल दान की परंपरा और उसका महत्व

आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं और अपने धन, आभूषण, और यहां तक कि अपने बालों को भी भगवान वेंकटेश्वर को अर्पित करते हैं। बाल दान की यह परंपरा सदियों पुरानी है और इसका गहरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। इस लेख में हम तिरुपति बालाजी मंदिर में बाल दान की धार्मिक मान्यताओं, प्रक्रिया और बालों के नीलामी के बाद उनके उपयोग पर चर्चा करेंगे।

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बाल दान की धार्मिक मान्यता

Tirupati Balaji Temple में बाल दान करना एक पवित्र परंपरा मानी जाती है, जिसके पीछे कई धार्मिक मान्यताएं हैं:

1. समर्पण और विनम्रता का प्रतीक: हिंदू धर्म में बालों को व्यक्तिगत पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। जब भक्त अपने बाल भगवान वेंकटेश्वर को अर्पित करते हैं, तो इसे अपने अहंकार को त्यागने और भगवान के प्रति पूर्ण समर्पण का प्रतीक माना जाता है। यह क्रिया भक्त की भक्ति और विनम्रता को दर्शाती है।

2. धन, समृद्धि और खुशहाली की प्राप्ति: ऐसा माना जाता है कि जो भक्त तिरुपति बालाजी में बाल दान करते हैं, उन्हें भगवान वेंकटेश्वर की कृपा प्राप्त होती है। इस कृपा से व्यक्ति के जीवन में धन, समृद्धि और खुशहाली आती है। माता लक्ष्मी, जो धन और वैभव की देवी मानी जाती हैं, उनकी विशेष कृपा प्राप्त होने की भी मान्यता है।

3. नकारात्मकता से मुक्ति: बाल दान करने से व्यक्ति के जीवन में मौजूद नकारात्मक ऊर्जाएं और बुरी शक्तियां दूर हो जाती हैं। यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि शारीरिक रूप से भी व्यक्ति को तरोताजा महसूस होता है।

दान किए गए बालों का क्या होता है?

हर साल, Tirupati Balaji Temple में श्रद्धालु सैकड़ों टन बाल दान करते हैं। ये बाल तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के लिए आय का प्रमुख स्रोत होते हैं। मंदिर ट्रस्ट इन बालों की नीलामी करके करोड़ों रुपये की कमाई करता है। आइए जानते हैं इस प्रक्रिया के बारे में:

1. बालों की गुणवत्ता के अनुसार वर्गीकरण

दान किए गए बालों को उनकी लंबाई और गुणवत्ता के आधार पर श्रेणियों में विभाजित किया जाता है। सबसे अच्छे, लंबे बालों को उच्च कीमत मिलती है, जबकि छोटे और कम गुणवत्ता वाले बालों की कीमत कम होती है।

2. नीलामी की प्रक्रिया

नीलामी से पहले, बालों को अच्छी तरह साफ किया जाता है। उन्हें उबाला, धोया और सुखाया जाता है ताकि उनकी गुणवत्ता बनी रहे। इसके बाद, इन्हें गोदामों में सुरक्षित रखा जाता है और फिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में नीलाम किया जाता है। 2018 में, तिरुपति बालाजी मंदिर ने लगभग 1.87 लाख किलोग्राम बालों की नीलामी की, जिससे मंदिर को 135 करोड़ रुपये की आय हुई।

3. विभिन्न उद्योगों में उपयोग

दान किए गए बालों का उपयोग विभिन्न उद्योगों में होता है। मुख्य रूप से, इन्हें विग और बाल एक्सटेंशन बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है, जो कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचे जाते हैं। इसके अलावा, कॉस्मेटिक और ब्यूटी उत्पादों में भी इन बालों का इस्तेमाल होता है।

बालों की कीमत कैसे तय होती है?

बालों की कीमत उनकी लंबाई और गुणवत्ता पर निर्भर करती है। यहां 2018 की नीलामी के कुछ आंकड़े दिए गए हैं:

1. उच्च गुणवत्ता वाले लंबे बाल: 22,494 रुपये प्रति किलोग्राम।

2. दूसरी श्रेणी के बाल: 17,223 रुपये प्रति किलोग्राम।

3. तीसरी श्रेणी के बाल: 2,833 रुपये प्रति किलोग्राम।

4. चौथी श्रेणी के बाल: 1,195 रुपये प्रति किलोग्राम।

5. सफेद बाल: 5,462 रुपये प्रति किलोग्राम।

नीलामी से पहले बालों की सफाई प्रक्रिया

नीलामी से पहले बालों को साफ करने की प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण होती है। बालों को उबाल कर, धोकर और सुखाकर पूरी तरह से शुद्ध किया जाता है। इसके बाद, इन्हें गोदामों में भेजा जाता है, जहां इनका नीलामी के लिए वर्गीकरण किया जाता है। बालों की लंबाई आमतौर पर 5 इंच से 31 इंच तक होती है, और इन्हें इन्हीं मापदंडों पर नीलाम किया जाता है।

बाल दान की धार्मिक और आर्थिक महत्ता

Tirupati Balaji Temple में बाल दान की परंपरा सिर्फ धार्मिक आस्था का विषय नहीं है, बल्कि यह मंदिर के लिए आय का एक बड़ा स्रोत भी है। श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर की कृपा पाने के लिए बाल अर्पित करते हैं, और मंदिर ट्रस्ट इन बालों की नीलामी से होने वाली आय का उपयोग मंदिर के रखरखाव और सामाजिक कल्याण कार्यों में करता है।

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यह परंपरा भक्तों की गहरी भक्ति और मंदिर के आर्थिक योगदान का एक अद्भुत उदाहरण है, जिससे न केवल धार्मिक विश्वास बल्कि आर्थिक स्थिरता भी जुड़ी है। यह तिरुपति बालाजी मंदिर को दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए एक खास स्थान बनाता है।

निष्कर्ष

Tirupati Balaji Temple में बाल दान की परंपरा धार्मिक आस्था और आर्थिक योगदान का एक अद्वितीय संगम है। भक्तों के लिए यह एक समर्पण और विनम्रता का प्रतीक है, जबकि मंदिर के लिए यह एक महत्वपूर्ण आय स्रोत है। यह परंपरा न केवल धार्मिक भावनाओं को व्यक्त करती है, बल्कि मंदिर और समाज के कल्याण के लिए भी योगदान देती है। इस प्रकार, यह परंपरा दुनियाभर के श्रद्धालुओं के बीच तिरुपति बालाजी मंदिर को एक विशेष स्थान दिलाती है।

FAQs

1. Tirupati Balaji Temple में बाल दान क्या है?

यह भगवान वेंकटेश्वर को समर्पण और विनम्रता दिखाने के लिए भक्तों द्वारा बाल अर्पित करने की परंपरा है।

2. बाल दान का धार्मिक महत्व क्या है?

यह अहंकार त्यागने और भगवान की कृपा प्राप्त करने का प्रतीक माना जाता है, जिससे समृद्धि और शांति मिलती है।

3. दान किए गए बालों का क्या होता है?

दान किए गए बालों को साफ करके अंतरराष्ट्रीय बाजार में नीलाम किया जाता है, जिससे मंदिर को आय होती है।

4. बालों की नीलामी कैसे होती है?

बालों को उनकी लंबाई और गुणवत्ता के आधार पर वर्गीकृत कर नीलामी की जाती है।

5. बाल दान करने से भक्तों को क्या लाभ होता है?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बाल दान से भक्तों को भगवान की कृपा, समृद्धि और शांति मिलती है।

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