बिहार के सुपरकॉप और चर्चित IPS अधिकारी SHIVDEEP LANDE ने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 18 साल की सेवा के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की। जानें क्यों कांपते थे अपराधी उनके नाम से और क्या हैं उनके भविष्य के प्लान्स।
SHIVDEEP LANDE: बिहार के सिंघम, जिन्होंने 18 साल की सेवा के बाद पुलिस सेवा से लिया इस्तीफा
बिहार के जाने-माने और चर्चित पुलिस अधिकारी IPS शिवदीप वामनराव लांडे ने अचानक अपने पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने इस खबर की पुष्टि की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “प्रिय बिहार, 18 वर्षों तक सरकारी सेवा में रहते हुए मैंने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। आज मैंने इस पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया है। मैंने हमेशा बिहार और इसके लोगों को अपनी प्राथमिकता में रखा है, और अगर मेरे कार्यकाल में मुझसे कोई त्रुटि हुई हो, तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मैंने आज भारतीय पुलिस सेवा से त्यागपत्र दे दिया है, लेकिन मैं यहीं बिहार में रहूंगा और यहीं मेरी कर्मभूमि रहेगी।”
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18 वर्षों की सेवा के बाद इस्तीफा
SHIVDEEP LANDE ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी इस महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने लिखा, “मेरे प्रिय बिहार, पिछले 18 साल से मैं सरकारी सेवा में हूं और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर रहा हूं। आज मैंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। मैंने बिहार को अपने परिवार से भी ऊपर रखा है, और इस दौरान मैंने जो भी गलतियां की हों, उनके लिए मैं माफी मांगता हूं। हालांकि, मैं बिहार में ही रहूंगा और आगे भी इसे अपनी कर्मभूमि बनाए रखूंगा।”
पूर्णिया के आईजी का पदभार संभालने के बाद इस्तीफा
अभी कुछ समय पहले ही SHIVDEEP LANDE ने पूर्णिया रेंज के आईजी (इंस्पेक्टर जनरल) का पदभार ग्रहण किया था। उनकी तेजतर्रार कार्यशैली और निष्पक्षता के चलते अपराधियों के बीच उनका नाम हमेशा चर्चा में रहा। वे अपने काम के प्रति समर्पित रहे और अपनी जिम्मेदारियों को बेहद गंभीरता से निभाया।
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‘सिंघम’ और ‘सुपरकॉप’ के नाम से मशहूर
SHIVDEEP LANDE का नाम सुनते ही अपराधी थर-थर कांपने लगते थे। उनके कड़े और सख्त रवैये के चलते उन्हें ‘सिंघम’, ‘सुपरकॉप’, और ‘अपराध का दुश्मन’ जैसे उपनामों से जाना जाने लगा। बिहार में जिस भी जिले में उन्होंने अपनी सेवाएं दीं, वहां अपराधियों की नाक में दम कर दिया।
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी
SHIVDEEP LANDE 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बिहार के नक्सल प्रभावित मुंगेर जिले से की थी। वहां जमालपुर में बतौर एएसपी (असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस) उनकी पहली पोस्टिंग थी। लगभग दो साल के कार्यकाल में उन्होंने अपराधियों पर नकेल कसी और अपराधों को नियंत्रण में लाया।
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जहां गए, छाप छोड़ते गए
SHIVDEEP LANDE का कार्यकाल सिर्फ मुंगेर तक ही सीमित नहीं रहा। बिहार के जिन-जिन जिलों में उनकी पोस्टिंग हुई, वहां के लोग उनके काम के प्रति ईमानदारी और लगन से प्रभावित हुए। चाहे वो पटना हो, अररिया हो या किसी अन्य जिला—उनकी कार्यशैली ने जनता का दिल जीत लिया।
महाराष्ट्र के निवासी, बिहार बना कर्मभूमि
SHIVDEEP LANDE मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती मंदिर हाईस्कूल, अकोला से प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने श्री संत गजानन महाराज कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें बिहार कैडर मिला और यहीं से उनकी आईपीएस सेवा की शुरुआत हुई।
अपराधियों के लिए काल बने शिवदीप लांडे
SHIVDEEP LANDE का सबसे बड़ा योगदान अपराध नियंत्रण में रहा। जिस भी जिले में उन्होंने कार्य किया, वहां अपराधियों के खिलाफ उनका रवैया बेहद सख्त रहा। वे न केवल कानून व्यवस्था को मजबूत करते थे, बल्कि अपराधियों को सीधे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते थे।
जनता के बीच लोकप्रियता
सिर्फ कानून व्यवस्था ही नहीं, शिवदीप लांडे समाजसेवा में भी सक्रिय रहे। वे जरूरतमंदों की मदद करने में कभी पीछे नहीं हटते थे। कई बार उन्होंने अपने वेतन का बड़ा हिस्सा गरीबों और असहाय लोगों की मदद के लिए दान किया। इसी वजह से जनता के बीच उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ती चली गई।
सोशल मीडिया पर सक्रियता
SHIVDEEP LANDE न सिर्फ अपने कार्यों के लिए बल्कि सोशल मीडिया पर भी अपनी सक्रियता के लिए जाने जाते थे। वे अपने विचार और योजनाएं जनता के साथ साझा करते और सीधे संवाद करते थे। उनका ये खुला संवाद उनके प्रशंसकों के बीच खासा लोकप्रिय था।
कई बड़े मामलों का किया खुलासा
SHIVDEEP LANDE ने अपने करियर में कई बड़े अपराधों का पर्दाफाश किया। चाहे वो नशे का कारोबार हो या फिर गैंगवार, उन्होंने अपने तरीके से हर बार अपराधियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया। उनके तेज फैसले और मजबूत नेतृत्व ने कई मामलों को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आखिरी पोस्टिंग पूर्णिया में
हाल ही में SHIVDEEP LANDE ने पूर्णिया रेंज के आईजी के रूप में कार्यभार संभाला था। हालांकि, इस महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। उनके इस कदम से न केवल बिहार पुलिस बल में, बल्कि जनता के बीच भी शोक और आश्चर्य का माहौल है।
अभी क्या करेंगे शिवदीप लांडे?
शिवदीप लांडे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे इस्तीफे के बाद भी बिहार में ही रहेंगे और इसे अपनी कर्मभूमि बनाए रखेंगे। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि आगे वे किस क्षेत्र में काम करेंगे, लेकिन यह तय है कि वे समाज सेवा और जनता के लिए कुछ न कुछ सकारात्मक कार्य करते रहेंगे।
निष्कर्ष
शिवदीप लांडे का इस्तीफा बिहार के लिए एक बड़ी घटना है। 18 वर्षों की सेवा के दौरान उन्होंने जिस तरह से अपराध के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वह उन्हें बिहार के सबसे प्रभावशाली और चर्चित पुलिस अधिकारियों में शामिल करता है। उनकी सख्त कार्यशैली, निष्पक्षता, और जनता के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें सुपरकॉप का दर्जा दिलाया।
FAQs
1. शिवदीप लांडे कौन हैं?
शिवदीप लांडे बिहार कैडर के 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो अपनी सख्त कार्यशैली और अपराधियों के खिलाफ कड़े एक्शन के लिए प्रसिद्ध हैं।
2. उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया?
शिवदीप लांडे ने 18 वर्षों की सेवा के बाद अपनी व्यक्तिगत वजहों से भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया है।
3. उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियां क्या हैं?
शिवदीप लांडे ने अपने करियर में कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया और नशे के कारोबार, गैंगवार जैसे मामलों का पर्दाफाश किया। वे अपराधियों के बीच अपने कड़े रवैये के लिए जाने जाते हैं।
4. वे अब क्या करने वाले हैं?
हालांकि, शिवदीप लांडे ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन उन्होंने साफ कहा है कि वे बिहार में ही रहेंगे और समाज सेवा में जुटे रहेंगे।
5. शिवदीप लांडे का सबसे चर्चित कार्यकाल कहां रहा?
शिवदीप लांडे का सबसे चर्चित कार्यकाल पटना और मुंगेर में रहा, जहां उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए और अपराधों को नियंत्रित किया।