Arvind Kejriwal देंगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, बोले- “दो दिन बाद छोड़ दूंगा कुर्सी”

दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने रविवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद कुर्सी छोड़ देंगे। जानें विस्तार से।

Arvind Kejriwal
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आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने रविवार को पार्टी मुख्यालय पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की बात कही। इस घोषणा ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया।

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Arvind Kejriwal ने कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित पार्टी मुख्यालय पर केजरीवाल का संबोधन सुनने के लिए बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता एकत्र हुए। इस दौरान केजरीवाल ने न सिर्फ पार्टी की उपलब्धियों का जिक्र किया, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और उपराज्यपाल (LG) पर भी निशाना साधा। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ की और अपने समर्थकों को आगे के संघर्ष के लिए प्रेरित किया।

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जेल का अनुभव और भगत सिंह की डायरी

केजरीवाल ने अपने जेल के अनुभव के बारे में बताया और कहा कि उन्हें जेल में काफी समय मिला सोचने और पढ़ने का। उन्होंने इस दौरान कई किताबें पढ़ीं, जिनमें भगत सिंह की डायरी भी शामिल थी। उन्होंने कहा, “मैंने जेल में भगत सिंह की डायरी कई बार पढ़ी। यह आपको भी जरूर पढ़नी चाहिए। इससे आप देश के प्रति जिम्मेदारी और समर्पण का भाव समझ सकते हैं।”

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दो दिन बाद कुर्सी छोड़ने का ऐलान

Arvind Kejriwal ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा, “मैंने निर्णय लिया है कि दो दिन बाद मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। मैंने वकीलों से सलाह ली है और फैसला किया है कि जब तक मेरे खिलाफ चल रहे केस का निपटारा नहीं हो जाता, तब तक मैं मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहूंगा। अगर देश की जनता को लगता है कि मैं बेईमान हूं, तो मैं एक मिनट भी इस कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।”

बेईमानी के आरोप और ईमानदारी की दलील

Arvind Kejriwal ने जोर देकर कहा कि वह और उनकी पार्टी ईमानदार हैं, और यही कारण है कि विरोधी उन्हें हटाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम ईमानदार हैं, इसलिए हमसे इन्हें समस्या है। ये हमें बेईमान साबित करना चाहते हैं, लेकिन मैं अपनी ईमानदारी पर अडिग हूं। अगर जनता को मेरी ईमानदारी पर संदेह होता है, तो मैं बिना किसी देरी के पद से इस्तीफा दे दूंगा।”

पुराने इस्तीफे का हवाला

Arvind Kejriwal ने 49 दिनों के बाद अपने पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी उन्होंने अपनी मर्जी से कुर्सी छोड़ी थी, बिना किसी दबाव के। उन्होंने कहा, “मैंने इनकम टैक्स विभाग की नौकरी छोड़ी और जब मुख्यमंत्री पद पर था, तब भी अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया। इस बार भी मैं अपना फैसला खुद ले रहा हूं।”

एलजी पर तीखा हमला

केजरीवाल ने अपने संबोधन में उपराज्यपाल (LG) पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने भगत सिंह की शहादत के 95 साल बाद एक पत्र उपराज्यपाल को लिखा था, जिसमें उन्होंने 15 अगस्त पर झंडा फहराने का अनुरोध किया था। हालांकि, वह पत्र वापस कर दिया गया और उन्हें चेतावनी दी गई कि अगर दोबारा पत्र लिखा, तो उनकी परिवार से मुलाकात बंद कर दी जाएगी।

कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर

इससे पहले, Arvind Kejriwal को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। वह पिछले पांच महीनों से जेल में थे, और हाल ही में उन्हें आबकारी नीति के मामले में जमानत मिली है। शनिवार को, केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता के साथ दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किए।

सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

इससे पहले, अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी। वह पिछले पांच महीनों से जेल में थे, और हाल ही में उन्हें आबकारी नीति के मामले में जमानत मिली है। शनिवार को, केजरीवाल ने अपनी पत्नी सुनीता के साथ दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन किए।

हरियाणा में शुरू किया राजनीतिक अभियान

जेल से बाहर आने के बाद, अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में आम आदमी पार्टी के राजनीतिक अभियान की कमान संभालने की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि पार्टी अब और अधिक जोश के साथ देश हित में काम करेगी और जनता की सेवा में जुटी रहेगी।

निष्कर्ष

अरविंद केजरीवाल की इस घोषणा से दिल्ली की राजनीति में हलचल मची हुई है। उनके इस्तीफे के फैसले ने जहां एक ओर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है, वहीं दूसरी ओर विरोधी दलों के लिए यह एक नई चुनौती बन गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली की राजनीतिक तस्वीर कैसी होती है और आम आदमी पार्टी इस नए मोड़ पर किस तरह से आगे बढ़ती है।

FAQs

  1. अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा क्यों देने का फैसला किया?
    • अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब तक उनके खिलाफ चल रहे केस का निपटारा नहीं हो जाता, वह मुख्यमंत्री पद पर नहीं रहेंगे।
  2. केजरीवाल को किस मामले में जेल हुई थी?
    • उन्हें दिल्ली की आबकारी नीति से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया गया था।
  3. क्या अरविंद केजरीवाल ने पहले भी इस्तीफा दिया है?
    • हां, उन्होंने पहले 49 दिनों के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
  4. जेल में रहते हुए केजरीवाल ने क्या किया?
    • जेल में उन्होंने भगत सिंह की डायरी पढ़ी और आत्ममंथन किया।
  5. केजरीवाल की जमानत कब मिली?
    • सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 13 सितंबर, 2023 को जमानत दी।

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