PM Kisan samman nidhi योजना की 18वीं किस्त प्राप्त करने के लिए किसानों को ई-केवाईसी, भू-सत्यापन और आधार-बैंक लिंकिंग जैसे जरूरी कार्य समय पर पूरे करने होंगे। जानें कैसे ये कार्य योजना का लाभ सुनिश्चित करेंगे।
भारत, जिसे कृषि प्रधान देश कहा जाता है, यहां की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है। देश की लगभग 50% से अधिक जनसंख्या कृषि कार्यों में लगी हुई है, जो न केवल उनकी आजीविका का साधन है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी है। ऐसे में किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने और उन्हें सीधा आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए भारत सरकार समय-समय पर कई योजनाएं लागू करती है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है PM Kisan samman nidhi
PM Kisan samman nidhi योजना: एक परिचय
इस योजना की शुरुआत भारत सरकार ने फरवरी 2019 में की थी, जिसका उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत, प्रत्येक पात्र किसान को प्रति वर्ष ₹6000 की धनराशि दी जाती है, जो तीन समान किस्तों में सीधे उनके बैंक खातों में जमा की जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को कृषि कार्यों में होने वाले खर्चों में सहायता प्रदान करना और उनकी आय को बढ़ावा देना है। योजना के अंतर्गत अब तक 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं, जिससे करोड़ों किसानों को लाभ प्राप्त हुआ है।
18वीं किस्त का इंतजार और जरूरी कार्य
अब जबकि योजना की 17 किस्तें जारी हो चुकी हैं, किसान 18वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन 18वीं किस्त का लाभ प्राप्त करने से पहले, किसानों को कुछ महत्वपूर्ण कार्य करने की आवश्यकता है। ये कार्य अनिवार्य हैं और इन्हें समय पर पूरा न करने पर किस्त अटक सकती है। सरकार ने इन कार्यों को योजना के लाभार्थियों की पहचान और प्रमाणिकता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक बना दिया है।
आइए जानते हैं उन तीन महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जिन्हें पूरा करना किसानों के लिए जरूरी है:
1. ई-केवाईसी (e-KYC) की प्रक्रिया पूरी करें
PM Kisan samman nidhi योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है ई-केवाईसी करवाना। ई-केवाईसी, यानी इलेक्ट्रॉनिक-नो योर कस्टमर, एक डिजिटल प्रक्रिया है जो सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद करती है कि योजना का लाभ सही व्यक्ति को मिल रहा है। इसके माध्यम से, सरकार लाभार्थी की पहचान और उसकी योग्यता की पुष्टि करती है।
ई-केवाईसी करवाने के लिए, किसान अपने नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) या कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इसके अलावा, वे अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर के माध्यम से भी इस प्रक्रिया को ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं।
ई-केवाईसी की प्रक्रिया
1. सबसे पहले, किसान को अपने आधार कार्ड की जानकारी को सत्यापित करना होगा। इसके लिए वह या तो सीएससी केंद्र पर जाकर या फिर खुद अपने आधार नंबर को योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज कर सकते हैं।
2. इसके बाद, ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) के माध्यम से उनकी पहचान की पुष्टि की जाती है।
3. यदि किसान का आधार कार्ड योजना के साथ पहले से लिंक है, तो ई-केवाईसी की प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाएगी।
यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद, किसान अगले चरण के लिए तैयार होते हैं। यदि किसी कारणवश ई-केवाईसी नहीं करवाया गया, तो अगली किस्त जारी नहीं की जाएगी, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, इसे समय पर और सही तरीके से पूरा करना आवश्यक है।
2. भू-सत्यापन (Land Verification) करवाना अनिवार्य
दूसरा महत्वपूर्ण कार्य है भू-सत्यापन। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि जो किसान योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, वे वास्तव में कृषि कार्य में संलग्न हैं और उनके पास कृषि योग्य भूमि है। भू-सत्यापन के माध्यम से सरकार यह भी सुनिश्चित करती है कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके और योजना का लाभ केवल वास्तविक किसानों को ही मिले।
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भू-सत्यापन की प्रक्रिया:
- भू-सत्यापन के लिए, किसान को अपनी भूमि के दस्तावेज़ों को सत्यापन के लिए प्रस्तुत करना होता है। इसके लिए किसान अपने नजदीकी राजस्व कार्यालय या कृषि विभाग के कार्यालय में जाकर अपने भू-सत्यापन की प्रक्रिया पूरी करवा सकते हैं।
- स्थानीय अधिकारी या पटवारी किसानों की भूमि का भौतिक सत्यापन करते हैं, जिसके बाद ही उनकी पात्रता को मंजूरी दी जाती है।
- इस प्रक्रिया में भूमि की माप, मालिकाना हक और भूमि की स्थिति जैसी जानकारियों को सत्यापित किया जाता है।
सरकार ने यह प्रक्रिया अनिवार्य कर दी है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जो किसान PM Kisan samman nidhi योजना का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, वे वास्तव में इसके हकदार हैं। बिना भू-सत्यापन के, किसानों को योजना के तहत मिलने वाला लाभ नहीं मिल पाएगा, जिससे उनकी किस्त अटक सकती है। इसलिए, भू-सत्यापन की प्रक्रिया को समय पर और सही तरीके से पूरा करना अति आवश्यक है।
3. आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवाना जरूरी
तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवाना। PM Kisan samman nidhi योजना के तहत धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है। लेकिन अगर किसान का आधार कार्ड उसके बैंक खाते से लिंक नहीं है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएगा।
आधार-बैंक लिंकिंग की प्रक्रिया:
- किसान अपने बैंक शाखा में जाकर अपने आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी और बैंक पासबुक की जरूरत होगी।
- इसके अलावा, कई बैंकों में यह प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जहां किसान इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से भी अपने आधार को बैंक खाते से लिंक कर सकते हैं।
- आधार-बैंक लिंकिंग के बाद, यह सुनिश्चित हो जाता है कि किसान के बैंक खाते में आने वाली धनराशि सुरक्षित और सही तरीके से पहुंच रही है।
आधार को बैंक खाते से लिंक न करने पर, PM Kisan samman nidhi योजना की किस्तें अटक सकती हैं और किसान को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए, इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना आवश्यक है।
निष्कर्ष
PM Kisan samman nidhi योजना के तहत 18वीं किस्त प्राप्त करने के लिए, किसानों को इन तीन महत्वपूर्ण कार्यों को समय पर पूरा करना होगा। ई-केवाईसी, भू-सत्यापन और आधार-बैंक लिंकिंग जैसे कार्य न केवल योजना के लाभार्थियों की पहचान और प्रमाणिकता सुनिश्चित करते हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि योजना का लाभ सही समय पर सही व्यक्ति तक पहुंचे।
इन सभी प्रक्रियाओं को समय पर और सही तरीके से पूरा करने से किसानों को PM Kisan samman nidhi योजना का लाभ बिना किसी देरी के प्राप्त होगा, और वे अपने कृषि कार्यों में इस धनराशि का सही उपयोग कर सकेंगे। इसलिए, यदि आप भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं, तो इन तीन महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता दें और उन्हें जल्द से जल्द निपटाएं।