अपनी मां शेख हसीना की सरकार के पतन के लिए शेख हसीना के बेटे सजीव वाजिद ने आईएसआई के साथ देश के एक छोटे समूह को जिम्मेदार ठहराया है, उन्होंने अपनी मां की जान बचाने के लिए PM Modi का धन्यवाद भी किया है।

साथ ही उन्होंने सिरे से इस बात को नकारा है की पश्चिमी देशों ने उनकी मां का वीजा समाप्त कर दिया है या फिर उन्होंने किसी देश में राजनीतिक शरण की मांग की है।
उन्होंने कहा की आरक्षण का फैसला सरकार नहीं था बल्कि कोर्ट का था
Sajeeb Wajid ने ANI न्यूज चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा की उन्हें पूरा विश्वास है की बांग्लादेश में उत्पन्न हुए हालात की जिम्मेदार दंगाइयों को एक छोटी टुकड़ी व एक विदेशी खुफिया एजेंसी संभवतः आईएसआई ने यह स्थिति पैदा की है। उन्होंने कहा की सरकार ने आरक्षण को घटाकर कम कर दिया था जहा सरकार के खिलाफ विरोध का कोई और कारण नही है।
प्रदर्शनकारी छात्रों के पास कहा से आए हथियार
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजिद ने कहा की सरकार ने कभी भी पुलिस को हमले के आदेश नही दिए थे बल्कि सरकार ने बल प्रयोग करने वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया था,लेकिन प्रदर्शनकारी उनकी मां से इस्तीफा लेने को उतारू थे।
आगे उन्होंने कहा की प्रदर्शनकारी छात्र नही बल्कि दंगाई थे उनके पास हथियार कहा से आए,प्रदर्शन कारी मेरी मां से इस्तीफा लेने को उतारू थे मेरी मां ने नरसंहार को रोकने के लिए इस्तीफा दिया है।

सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को भड़काया गया
पश्चिमी देशों के इस साजिश में शामिल होने की बात पर सजीब ने ज्यादा कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने कहा की सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को भड़काया गया है,उन्होंने कहा की शुरआती चरण में प्रदर्शनकारी शांत थे लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ की वे दंगा करने पर उतर आए,जबकि सरकार ने आरक्षण को घटा दिया था लेकिन संभवतः प्रदर्शन कारियो को पश्चिमी देशों से हवा दी गई होंगी।
PM मोदी का दिल से आभार की उन्होंने मेरी मां की जान बचाई
सजीब वाजिद ने अपनी मां की जान बचाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी का दिल से आभार जताया है,उन्होंने कहा की सरकार द्वारा इतनी तेजी से लिए गए फैसले से ही मेरी मां की जान बच पाई है और इस हेतु मैं पीएम मोदी का दिल से आभार व्यक्त करता हु।

उन्होंने कहा की भारत को अब विश्व में आगे आकर नेतृत्व करना चाहिए,उन्हे पड़ोस में किसी विदेशी ताकत को हावी नहीं होने देना चाहिए,भारत को सतर्क रहने की आवश्यकता है।