UTTARPRADESH के बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में भेड़ियों का आतंक, तीन साल की बच्ची भेड़िये का शिकार। जानिए कैसे ग्रामीण खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और प्रशासन की प्रतिक्रिया।

UTTARPRADESH के बहराइच जिले के महसी क्षेत्र में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में नाउ वन गरेठी गांव में रविवार की रात एक दर्दनाक घटना घटी, जिसमें एक तीन साल की मासूम बच्ची भेड़िये का शिकार बन गई। इस घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है और लोग अब रात में जागकर पहरा देने को मजबूर हो गए हैं।
UTTARPRADESH NEWS: भेड़िये ने दबोची तीन साल की मासूम
UTTARPRADESH के महसी इलाके के नाउ वन गरेठी गांव में रात को अपने घर में मां के साथ सो रही बच्ची पर भेड़िये ने हमला किया। बच्ची की चीख सुनकर परिवार के लोग जागे और भेड़िये का पीछा किया, लेकिन वह अंधेरे में गायब हो गया। ग्रामीणों ने मिलकर बच्ची की तलाश की, और कुछ दूरी पर उसका क्षत-विक्षत शव मिला। इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर पैदा कर दी है।
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बहराइच में बढ़ता भेड़ियों का आतंक
UTTARPRADESH के बहराइच जिले में भेड़ियों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। अब तक आठ घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें ज्यादातर हमले रात के समय हुए हैं। ग्रामीणों में डर का माहौल है और वे अपने बच्चों और मवेशियों को लेकर चिंतित हैं।
वन विभाग का रेस्क्यू ऑपरेशन
बहराइच प्रशासन और वन विभाग ने भेड़ियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया है। अब तक चार भेड़ियों को पकड़ लिया गया है, जबकि दो अभी भी फरार हैं। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि भेड़ियों की ये घटनाएं अलग-अलग गांवों में हो रही हैं, जिससे उन्हें पकड़ने में मुश्किलें आ रही हैं। वन विभाग की टीमें ग्रामीणों को जागरूक कर रही हैं और सुरक्षा के उपाय बता रही हैं।
सुरक्षा के लिए प्रशासन की अपील
डीएम मोनिका रानी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे रात में अपने घरों के अंदर ही रहें और सतर्क रहें। उन्होंने बताया कि पिछले महीने से अब तक यह आठवीं घटना है, और शासन इस पर लगातार नजर रख रहा है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखें और रात में पहरा दें।
ग्रामीणों की सतर्कता और सुरक्षा के उपाय
ग्रामीण अब रात में जागकर पहरा दे रहे हैं और अपने परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठा रहे हैं। वन विभाग ने गांवों में जागरूकता अभियान भी चलाया है, जिसमें लोगों को बताया जा रहा है कि भेड़ियों के हमले से कैसे बचा जा सकता है।
आदमखोर भेड़ियों से बचाव के सुझाव
घर के अंदर रहें: रात के समय बाहर न सोएं और अपने बच्चों को सुरक्षित रखें।
मवेशियों की सुरक्षा: मवेशियों को बंद जगहों पर रखें ताकि वे भेड़ियों के हमले से बच सकें।
सतर्कता बरतें: अगर कोई संदिग्ध आवाज या गतिविधि नजर आए तो तुरंत वन विभाग या प्रशासन को सूचित करें।
समाप्ति
UTTARPRADESH के बहराइच में भेड़ियों का आतंक एक गंभीर समस्या बन चुका है, लेकिन प्रशासन और वन विभाग की सतर्कता से स्थिति पर काबू पाया जा सकता है। ग्रामीणों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है, ताकि वे खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें।
FAQs
1. UTTARPRADESH के बहराइच में भेड़ियों के हमले क्यों हो रहे हैं?
बहराइच के जंगलों में भोजन की कमी और मानव आबादी के नजदीक जंगलों की उपस्थिति भेड़ियों के हमलों का प्रमुख कारण हो सकते हैं।
2. प्रशासन द्वारा अब तक क्या कदम उठाए गए हैं?
अब तक चार भेड़ियों को पकड़ लिया गया है, और गांवों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
3. ग्रामीणों को किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वे रात में घर के अंदर रहें, मवेशियों को सुरक्षित रखें, और सतर्कता बरतें।